राजसमंद। बडारडा गांव में दलित परिवार के साथ जातिगत अपमान के मामले में बुधवार को पुलिस ने तीन जनों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 19 अन्य आरोपियों ने राजनगर थाने में आत्म समर्पण कर दिया। इस बीच, बैरवा समाज के दो लोगों ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि समाज विशेष की ओर से उनका हुक्का-पानी बंद नहीं किया गया है। इधर, आरोपियों की गिरफ्तारी को गलत ठहराते हुए गांव के कुमावत समाज के लोग बडी तादाद में राजनगर थाने पहुुंचे।
यह था मामलागत शनिवार रात करीब दस बजे बडारडा गांव में नाथूलाल पुत्र अंबालाल बैरवा के बाडे का एक हिस्सा ग्रामीणों ने तोड दिया था और कथित तौर पर जातिगत अपमान किया था। इस संबंध में रविवार को राजनगर थाने में 22 जनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। बुधवार सुबह पुलिस ने प्रकरण में नामजद तीन जनों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बीस अन्य लोगों ने राजनगर थाना पहुंच कर आत्म समर्पण कर दिया।
ग्रामीण पहुंचे थानेगांव के लोगों को झूठे आरोप में गिरफ्तार करने का आरोप लगाते हुए दर्जनों ग्रामीण बुधवार को राजनगर थाने पहुंचे और नारेबाजी की। हालांकि, पुलिस ने सभी ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की। इस बीच ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन, उप अधीक्षक चंद्रप्रकाश शर्मा, जिला प्रमुख नारायणसिंह भाटी आदि से भी मिले।
हस्तक्षेप का आग्रहकरीब तीन घंटे तक राजनगर थाने में विरोध जताने के बाद सभी लोग सर्किट हाउस पहुंचे और सांसद गोपालसिंह शेखावत से मिले। समाज के वरिष्ठजन जीवराज कुमावत, अंबालाल कुमावत, चुन्नीलाल कुमावत, वेणीराम कुमावत आदि के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बैरवा परिवार की ओर से लगाए गए आरोपों को गलत बताते हुए मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। सभी ग्रामीण शाम तक मुख्यालय पर ही डेरा डाले रहे।
हुक्का-पानी बंद नहींबैरवा समाज के कालूलाल बैरवा व छगनलाल बैरवा ने पुलिस को दो अलग-अलग प्रार्थना पत्र दिए। इनमें कहा गया कि गांव में बैरवा परिवार को सभी दुकानों पर राशन सहित अन्य सामग्री दी जा रही है व अन्य समाज से किसी तरह की कोई समस्या नहीं है।
आरोपियों को जेलबडारडा में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में बुधवार को गिरफ्तार हुए 22 जनों के खिलाफ राजनगर थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस उप अधीक्षक चंद्रप्रकाश शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपियों को बुधवार को न्यायिक मजिस्टे्रट के समक्ष पेश किया गया जहां उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए। आरोपियों को गुरूवार को जमानत के लिए फिर पेश किया जाएगा।
यह था मामलागत शनिवार रात करीब दस बजे बडारडा गांव में नाथूलाल पुत्र अंबालाल बैरवा के बाडे का एक हिस्सा ग्रामीणों ने तोड दिया था और कथित तौर पर जातिगत अपमान किया था। इस संबंध में रविवार को राजनगर थाने में 22 जनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। बुधवार सुबह पुलिस ने प्रकरण में नामजद तीन जनों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बीस अन्य लोगों ने राजनगर थाना पहुंच कर आत्म समर्पण कर दिया।
ग्रामीण पहुंचे थानेगांव के लोगों को झूठे आरोप में गिरफ्तार करने का आरोप लगाते हुए दर्जनों ग्रामीण बुधवार को राजनगर थाने पहुंचे और नारेबाजी की। हालांकि, पुलिस ने सभी ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की। इस बीच ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन, उप अधीक्षक चंद्रप्रकाश शर्मा, जिला प्रमुख नारायणसिंह भाटी आदि से भी मिले।
हस्तक्षेप का आग्रहकरीब तीन घंटे तक राजनगर थाने में विरोध जताने के बाद सभी लोग सर्किट हाउस पहुंचे और सांसद गोपालसिंह शेखावत से मिले। समाज के वरिष्ठजन जीवराज कुमावत, अंबालाल कुमावत, चुन्नीलाल कुमावत, वेणीराम कुमावत आदि के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बैरवा परिवार की ओर से लगाए गए आरोपों को गलत बताते हुए मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। सभी ग्रामीण शाम तक मुख्यालय पर ही डेरा डाले रहे।
हुक्का-पानी बंद नहींबैरवा समाज के कालूलाल बैरवा व छगनलाल बैरवा ने पुलिस को दो अलग-अलग प्रार्थना पत्र दिए। इनमें कहा गया कि गांव में बैरवा परिवार को सभी दुकानों पर राशन सहित अन्य सामग्री दी जा रही है व अन्य समाज से किसी तरह की कोई समस्या नहीं है।
आरोपियों को जेलबडारडा में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में बुधवार को गिरफ्तार हुए 22 जनों के खिलाफ राजनगर थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस उप अधीक्षक चंद्रप्रकाश शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपियों को बुधवार को न्यायिक मजिस्टे्रट के समक्ष पेश किया गया जहां उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए। आरोपियों को गुरूवार को जमानत के लिए फिर पेश किया जाएगा।
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