नाथद्वारा। गुर्जर गौड ब्राह्मण सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित समाज के युवक युवतियों के अ.भा. परिचय
सम्मेलन का समापन श्रीनाथजी के बडे मुखिया नरहरी बापू ठक्कर के आतिथ्य में हुआ। सम्मेलन में इन्दौर,
दाहोद, बडौदा, अजमेर, जयपुर, पाली, भीलवाडा, ब्यावर आदि जिलों के अभिभावकों ने भागीदारी की।
मौके पर 600 युवक-युवतियों ने पंजीयन कर अपना परिचय दिया। सभी ने गौत्र शिक्षा व्यवसाय एवं नौकरी की
जानकारी भी दी।
दो दिवसीय सम्मेलन का समापन रविवार को युवक-युवतियों के परिचय के तीसरे सत्र के साथ हुआ। इस अवसर
पर श्रीकृष्ण भण्डार के अघिकारी सुधाकर शास्त्री, समाज के अध्यक्ष सूरजमल व्यास, उपाध्यक्ष मोहनकृष्ण
उपाध्याय, भीलवाडा के समाजसेवी कैलाश उपाध्याय, लीना शर्मा, गोवर्घन उपाध्याय आदि ने अतिथियों का
मेवाडी पगडी पहना कर सम्मान किया। मौके पर सेवा समिति के संरक्षक गोविन्दकान्त त्रिपाठी ने संस्थान की
योजनाओं पर प्रकाश डाला। समारोह का संचालन नरेश शर्मा एवं श्यामा जोशी ने किया।
बाल गोपालों की प्रस्तुतियों ने मन मोहासम्मेलन के पहले दिन नीलकण्ठ महादेव परिसर में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में समाज की प्रतिभाओं ने लोकगीत,
भजन गान के साथ नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां दी। इस दौरान मंचासीन अतिथियों ने सभी को पुरस्कार प्रदान
किया। मौके पर डॉ.के.के.त्रिपाठी, रामनारायण उपाध्याय, सुधाकर शास्त्री तथा प्रेम शंकर शर्मा आदि उपस्थित
थे।
सम्मेलन का समापन श्रीनाथजी के बडे मुखिया नरहरी बापू ठक्कर के आतिथ्य में हुआ। सम्मेलन में इन्दौर,
दाहोद, बडौदा, अजमेर, जयपुर, पाली, भीलवाडा, ब्यावर आदि जिलों के अभिभावकों ने भागीदारी की।
मौके पर 600 युवक-युवतियों ने पंजीयन कर अपना परिचय दिया। सभी ने गौत्र शिक्षा व्यवसाय एवं नौकरी की
जानकारी भी दी।
दो दिवसीय सम्मेलन का समापन रविवार को युवक-युवतियों के परिचय के तीसरे सत्र के साथ हुआ। इस अवसर
पर श्रीकृष्ण भण्डार के अघिकारी सुधाकर शास्त्री, समाज के अध्यक्ष सूरजमल व्यास, उपाध्यक्ष मोहनकृष्ण
उपाध्याय, भीलवाडा के समाजसेवी कैलाश उपाध्याय, लीना शर्मा, गोवर्घन उपाध्याय आदि ने अतिथियों का
मेवाडी पगडी पहना कर सम्मान किया। मौके पर सेवा समिति के संरक्षक गोविन्दकान्त त्रिपाठी ने संस्थान की
योजनाओं पर प्रकाश डाला। समारोह का संचालन नरेश शर्मा एवं श्यामा जोशी ने किया।
बाल गोपालों की प्रस्तुतियों ने मन मोहासम्मेलन के पहले दिन नीलकण्ठ महादेव परिसर में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में समाज की प्रतिभाओं ने लोकगीत,
भजन गान के साथ नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां दी। इस दौरान मंचासीन अतिथियों ने सभी को पुरस्कार प्रदान
किया। मौके पर डॉ.के.के.त्रिपाठी, रामनारायण उपाध्याय, सुधाकर शास्त्री तथा प्रेम शंकर शर्मा आदि उपस्थित
थे।
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