Wednesday, September 30, 2009

'भाषा में स्थानीयता का पुट महत्वपूर्ण'

राजसमंद। द अंकुर बी.एड महाविद्यालय नाथद्वारा में प्रसार व्याख्यान माला के तहत बुधवार को गोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के अंग्रेजी भाषा विशेषज्ञ व जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रो. डॉ. सुरेश अग्रवाल ने कहा कि स्थानीय व लोक प्रचलित कहावतों, मुहावरों, बोली व भाषाओं को द्वितीय भाषा में शामिल कर शिक्षण कार्य कराया जाए तो हर स्तर पर भाषा की समस्या का समाधान हो सकता है।
मुख्य वक्ता अग्रावाल ंने छात्राध्यापकों को भाषा शिक्षण की नई तकनीक से अवगत कराया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. प्रदीप पानेरी ने बताया कि संस्थान के रजत जयंती वर्ष में कई विषयों, भाषाओं व क्षेत्रों में विशेषज्ञों के माध्यम से छात्राध्यापकों को नए शिक्षण प्रारूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। अध्यक्षता संस्थान निदेशक विपुल कौशिक ने की। अंत में कृष्णकांत बागोरा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन के.आर. पालीवाल ने किया।

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