Monday, September 14, 2009

धरने पर बैठा इंटक

राजसमंद । जे. के. टायर इंडस्ट्रीज में स्पष्ट बहुमत निश्चित करने की मांग को लेकर रविवार को इंटक की बैठक के बाद शाम चार बजे इंटक श्रमिक संगठन के पदाधिकारी धरने पर बैठ गया। इसदौरान यह निर्णय किया गया कि यूनियन को मान्यता मिलने तक धरना जारी रहेगा।
धरने के दौरान श्रमिक संगठन ने प्रबन्धन से निलम्बित श्रमिकों को वापस लेने, यूनियन को मान्यता देने, त्रिपक्षीय समझौते के बाद चुनाव तिथि निश्चित करने, थोपा गया समझौता वापस लेने तथा मजदूरों पर किए जा रहे अत्याचार पर अंकुश लगाने की मांग की। दीपावली के 15 दिन पूर्व बोनस देने व गत आठ अप्रेल को दिए गए पत्रानुसार सम्मानजनक समझौता करने की मांग भी की गई। धरना स्थल पर निलम्बित कर्मचारियों सहित कई श्रमिक धरने पर बैठे।
आक्रोशित श्रमिकों ने कारखाने के अंदर प्रदर्शन किया। इंटक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जी. एल. शिशोदिया का कहना है कि प्रबन्धन की दोहरी नीति से कारखाने में अशांति व तनाव का वातावरण बना हुआ है। धरने में सुरेशचंद्र शर्मा, सुरेन्द्र चौधरी, रणजीत सिंह चुण्डावत, फतह सिंह, नानूराम, ठाकुर सिंह, बंशीलाल जोशी व जमनालाल पालीवाल समेत कई श्रमिक शामिल थे।
जारी रहेगा आन्दोलनकेलवा। इधर मार्बल स्टोन मजदूर संघ इंटक के महामंत्री कैलाश जोशी ने कहा है कि इंडस्ट्रीज में मान्यता को लेकर चल रहे शांतिपूर्ण आन्दोलन को मार्बल स्टोन मजदूर संघ का पूर्ण समर्थन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जब तक प्रबन्धन अपनी हठधर्मिता नहीं छोडेगा तब तक संघर्ष जारी रहेगा।

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