राजसमंद। हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के बैनर तले व जिला संघर्ष समिति के नेतृत्व में उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन बुधवार को 72वें दिन भी जारी रहा। अघिवक्ताओं ने क्रमिक अनशन व धरना दिया व प्रदर्शन किया।
जिले के दौरे पर आए जनजाति विकास मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीय के समक्ष संघर्ष समिति के जिला संयोजक व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष यशवंकुमार शर्मा, संघर्ष समिति संरक्षक हरिसिंह राठौड, कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष प्रदीप पालीवाल, अघिवक्ता रामलाल जाट, संपत लड्ढा सहित अन्य अघिवक्ताओं ने राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच स्थापना की मांग की। इस पर मंत्री ने मांग को जायज बताते हुए अपनी ओर से पूरा प्रयास करने का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में बताया गया कि वर्ष 1950 तक उदयपुर में हाईकोर्ट थी, जो इस आश्वासन के साथ हटाई गई थी कि यहां भविष्य में उ"ा न्यायालय की खण्डपीठ स्थापित की जाएगी, लेकिन ऎसा नहीं हो सका। इस मांग को लेकर गत 29 वर्षो से सभी राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के साझे में आंदोलन किया जा रहा है।
जिले के दौरे पर आए जनजाति विकास मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीय के समक्ष संघर्ष समिति के जिला संयोजक व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष यशवंकुमार शर्मा, संघर्ष समिति संरक्षक हरिसिंह राठौड, कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष प्रदीप पालीवाल, अघिवक्ता रामलाल जाट, संपत लड्ढा सहित अन्य अघिवक्ताओं ने राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच स्थापना की मांग की। इस पर मंत्री ने मांग को जायज बताते हुए अपनी ओर से पूरा प्रयास करने का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में बताया गया कि वर्ष 1950 तक उदयपुर में हाईकोर्ट थी, जो इस आश्वासन के साथ हटाई गई थी कि यहां भविष्य में उ"ा न्यायालय की खण्डपीठ स्थापित की जाएगी, लेकिन ऎसा नहीं हो सका। इस मांग को लेकर गत 29 वर्षो से सभी राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के साझे में आंदोलन किया जा रहा है।
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