देवगढ। बेंगलूरू में पिछले दिनों गैस सिलेण्डर से रिसाव से लगी आग से झुलसे देवगढ निवासी दंपती की मृत्यु हो गई
जबकि तीन बच्चों का उपचार भीलवाडा स्थित चिकित्सालय में हो रहा है।
देवगढ तहसील के नांदवा निवासी लाडूवन (27) पुत्र नंदावन, पत्नी सजनीवन (25), पुत्र बबलूवन (6),
प्रहलादवन (4) तथा डेढ वर्षीया पुत्री टीना के साथ बेंगलूरू में फेरी लगाता था। 13 सितम्बर की शाम चाय बनाने
के बाद दंपती अपने परिचित के यहां खाने पर चले गए। रात करीब डेढ बजे लौटने पर जैसे ही उन्होंने कमरे की लाइट
जलाई, आग लग गई। इससे पति-पत्नी गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे की सूचना पर पडोसियों ने दंपती को
नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया। आग की चपेट से दंपती 90 प्रतिशत झुलस गए। हालत गंभीर होने पर गत 16
सितम्बर को दंपती को सूरत स्थित एक चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो
गई। दोनों के शव नांदवा लाए गए जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
जबकि तीन बच्चों का उपचार भीलवाडा स्थित चिकित्सालय में हो रहा है।
देवगढ तहसील के नांदवा निवासी लाडूवन (27) पुत्र नंदावन, पत्नी सजनीवन (25), पुत्र बबलूवन (6),
प्रहलादवन (4) तथा डेढ वर्षीया पुत्री टीना के साथ बेंगलूरू में फेरी लगाता था। 13 सितम्बर की शाम चाय बनाने
के बाद दंपती अपने परिचित के यहां खाने पर चले गए। रात करीब डेढ बजे लौटने पर जैसे ही उन्होंने कमरे की लाइट
जलाई, आग लग गई। इससे पति-पत्नी गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे की सूचना पर पडोसियों ने दंपती को
नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया। आग की चपेट से दंपती 90 प्रतिशत झुलस गए। हालत गंभीर होने पर गत 16
सितम्बर को दंपती को सूरत स्थित एक चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो
गई। दोनों के शव नांदवा लाए गए जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
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