खमनोर। आदिवासी समुदाय के प्रेरणास्रोत राणा पूंजा की पावन स्मृति में मचीन्द गांव में निर्मित आदमकद प्रतिमा के हाथ में टूटे तीर को लेकर आदिवासी समुदाय के लोगों व क्षेत्रवासियों ने रोष जताया है। स्वतंत्रता व स्वाभिमान के लिए शहीद होने वाले मेवाड के राणा पूंजा की प्रतिमा की अव्यवस्था को लोगों ने राणा का अपमान करार दिया है और इसे शीघ्र दुरूस्त कराने की मांग की।
अव्यवस्था को लेकर आदिवासी समुदाय में रोष है। प्रशासन को इसे दूर करना चाहिए।केसूलाल गमेती, पूर्व सरपंच व आदिवासी नेता
इस घटना से लोगों की भावनाएं आहत हुईं हैं। शीघ्र मामले की जानकारी लेकर तीर लगवाया जाएगा। ओंकार सिंह,जिला कलक्टर
प्रतिमा के हाथ से तीर टूटने की घटना अशोभनीय है। इससे आम जनता की भावना को ठेस पहुंची है। जिला प्रशासन से बात कर शीघ्र तीर लगवाएंगे।गोपाल सिंह शेखावत, सांसद
अव्यवस्था को लेकर आदिवासी समुदाय में रोष है। प्रशासन को इसे दूर करना चाहिए।केसूलाल गमेती, पूर्व सरपंच व आदिवासी नेता
इस घटना से लोगों की भावनाएं आहत हुईं हैं। शीघ्र मामले की जानकारी लेकर तीर लगवाया जाएगा। ओंकार सिंह,जिला कलक्टर
प्रतिमा के हाथ से तीर टूटने की घटना अशोभनीय है। इससे आम जनता की भावना को ठेस पहुंची है। जिला प्रशासन से बात कर शीघ्र तीर लगवाएंगे।गोपाल सिंह शेखावत, सांसद
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