राजसमन्द। आनंद मार्ग जिला शाखा राजसमंद के तत्वावधान में आध्यात्मिक पुन: जागरण अभ्युदय अभियान कार्यक्रम के तहत रविवार शाम चौमुखा महादेव परिसर कांकरोली में सत्संग आयोजित किया गया। कार्यक्रम के तहत साधको एवं श्रध्दालुओं ने बाबा नाम केवलम कीर्तन के भाव में लीन हुए। केवल परमपुरूष का नाम ही एक मात्र सहारा है के भाव में सभी साधक खडे होकर दोनों हाथ उपर उठाकर परमपुरूष के प्रति पूर्ण समर्पण की भावना से कीर्तन की लय में खोकर आनंदित हो उठे। सामूहिक साधना के उपरांत उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए आचार्य गोपामयानंद अवधूत ने कहा आध्यात्मिक साधना के बल पर ही व्यक्ति मानवीय आदर्श के पथ पर चल सकता है। आदर्शहीन मनुष्य जीवन से पशु जीवन बेहतर है। हमें केवल आदर्श के लिए जीना होगा। आदर्श के लिए मरना होगा। केवल आध्यात्मिक साधक ही आदर्श युक्त मानवीय जीवन को आचरण द्वारा प्रस्तुत कर उदाहरण पेश कर सकते है। अवधूतिका आनंद मधुमया, आचार्य शुभ्रा एवं डॉ. विजय कुमार खिलनानी ने भी सभी को आध्यात्मिक पथ का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया।
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