राजसमन्द। मुनि तत्वरूचि तरूण अपने सहवर्ती संत मुनि भवभूति, मुनि विकास एवं मुनि कोमल के साथ बुधवार एक जुलाई को प्रात: सात बजे आमेट में लक्ष्मी बाजार स्थित तेरापंथ भवन में चातुर्मास के लिए प्रवेश करेंगे। यह जानकारी तेरापंथ सभा मंत्री महेन्द्र कुमार बोहरा ने दी।
समय का सदुपयोग हो : मुनि तत्वरूचि तरूण ने कहा कि मानव जीवन दुर्लभ है। उसका हर पल बेशकीमती है। इसलिए दुर्लभ मानव जीवन की सार्थकर्ता के लिए समय का सदुपयोग जरूरी है। उक्त विचार उन्होने सोमवार को आमेट ग्राम में लक्ष्मीलाल गेलडा के निवास पर आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा कि खोया हुआ धन और स्वास्थ्य कदाच वापस मिल सकता है लेकिन गया समय लौट कर कदापी वापस नहीं आता। जो समय का मूल्यांकन करता वह मूल्यवान बन जाता है।
समय का सदुपयोग हो : मुनि तत्वरूचि तरूण ने कहा कि मानव जीवन दुर्लभ है। उसका हर पल बेशकीमती है। इसलिए दुर्लभ मानव जीवन की सार्थकर्ता के लिए समय का सदुपयोग जरूरी है। उक्त विचार उन्होने सोमवार को आमेट ग्राम में लक्ष्मीलाल गेलडा के निवास पर आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा कि खोया हुआ धन और स्वास्थ्य कदाच वापस मिल सकता है लेकिन गया समय लौट कर कदापी वापस नहीं आता। जो समय का मूल्यांकन करता वह मूल्यवान बन जाता है।
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