राजसमन्द। प्रकृति मानव केन्द्रित जन आन्दोलन जिला शाखा राजसमन्द के सदस्याें की बैठक रविवार को चौमुखा महादेव मंदिर कांकरोली में सम्पन्न हुई। 21 से 25 जून तक श्री गंगानगर में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन सार्क के सामाजिक कार्यकर्ताआें के सम्मेलन में भाग लेकर लौटे जिले के सोहनलाल रेगर, अमृतलाल कुमावत, जमना देवी वैष्णव, गीता कुंवर तथा शंकरलाल रेगर ने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग, जनसंख्या वृध्दि, कृषि संकट, वर्तमान कॉरपोरेट लोकतंत्र की जगह पर्यावरण व मानव केन्द्रित लोकतंत्र, जम्मू कश्मीर समस्या आदि विषयाें पर चर्चा हुई। सम्मेलन में 500 प्रतिनिधि सम्मिलित हुए जिसमें बर्मा के प्रतिनिधि भी थे। सम्मेलन में यह बात उभर कर आई कि मुनाफे पर आधारित वर्तमान कार्पोरेट व्यवस्था की जगह पर्यावरण व मानव केन्द्रित व्यवस्था की स्थापना से ही सभी समस्याआें का हल हो सकता है। बैठक के अंत में प्रकृति मानव केन्द्रित जनान्दोलन के संस्थापक 85 वर्षीय रामप्यारा सर्राफ के 24 जून को हुए निधन पर पर्यावरण व मानवता को बचाने में सक्रिय सहयोग करने के संकल्प के रूप में दो मिनट मौन रखकर श्रध्दांजली अर्पित की गई। शोक सभा में एनएल वर्मा, लच्छीराम माेंगीया, कैलाशचन्द्र बुनकर, देवीलाल बुनकर, जमना देवी वैष्णव तथा गीता कंवर ने भी विचार रखे। बैठक में आगामी 16 अगस्त को राजसमन्द का पहला जिला सम्मेलन चौमुखा महादेव मंदिर कांकरोली में रखने का निर्णय लिया गया।
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