राजसमन्द। समीपवर्ती ग्राम पंचायत राज्यावास में बरती जा रही अनियमितताओं एवं नरेगा कार्य में किए जा रहे फर्जीवाडे पर आोशित ग्रामीणों ने प्रताप सेना राज्यावास के नेतृत्व में सोमवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर टीसी बोहरा को ज्ञापन सौंप कर मामले की जांच करते हुए सरपंच एवं सचिव को निलम्बित करने की मांग की।
प्रताप सेना के नेतृत्व में राज्यावास गांव से सैंकडों ग्रामीण सोमवार सुबह जिला कलेक्ट्री परिसर पहुंचे और सरपंच एवं सचिव द्वारा गांव के कतिपय लोगों के साथ मिलकर किए जा रहे घोटाले एवं नरेगा कार्य में किए जा रहे फर्जीवाडे के विरोध में नारेबाजी की। तदोपरांत प्रताप सेना के नेतृत्व में गांववासियों के प्रतिनिधिमण्डल ने अतिरिक्त जिला कलक्टर टीसी बोहरा को ज्ञापन दिया। प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि नरेगा में सारा कार्य मजदूरों द्वारा किए जाने का प्रावधान होने के बावजूद सरपंच प्रभुलाल रेगर एवं सचिव जीवराज सिंह शेखावत ने तीन स्थानों पर मोरम जेसीबी से खुदवाई जाकर ट्रैक्टर में भरवाई गई। इस कार्य में मजदूरों का उपयोग नहीं किया गया। इसके अलावा ट्रैक्टर को भुगतान भी अधिक ट्रिप की स्लीप बना कर किया जा रहा है। ट्रैक्टर का टेण्डर भी अपने भाई नारायण लाल रेगर के नाम से करवा रखा हैं गांव के युवाओं ने ट्रैक्टर की ट्रिप के बारे में विरोध किया तो सरपंच व सचिव ने जेसीबी लगाकर मोरम को फैला दिया।
प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि इंद्रा आवास एवं राजीव गांधी विद्युतीकरण योजनाओं का लाभ भी वंचित की बजाय मिलने वाले व्यक्तियों को दिया जा रहा है। नामांतकरण तस्दीक में दो से दस हजार रुपए तक की राशि ली जाती है। सचिव अधिकांश समय शराब के नशे में रहता है। सरपंच ने अपने भाइयों को अमलोई गांव में चरागाह भूमि पर फर्जी तरीके से पट्टे जारी किए है।
उन्होंने बताया कि सरपंच एवं सचिव के भ्रष्टाचार से त्रस्त होकर छह माह से वार्ड पंचों ने कोरम का बहिष्कार कर रखा है। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को भी दी गई लेकिन आज दिन किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। प्रतिनिधिमण्डल ने सरपंच एवं सचिव को तत्काल निलम्बित करने की मांग की है।
प्रताप सेना के नेतृत्व में राज्यावास गांव से सैंकडों ग्रामीण सोमवार सुबह जिला कलेक्ट्री परिसर पहुंचे और सरपंच एवं सचिव द्वारा गांव के कतिपय लोगों के साथ मिलकर किए जा रहे घोटाले एवं नरेगा कार्य में किए जा रहे फर्जीवाडे के विरोध में नारेबाजी की। तदोपरांत प्रताप सेना के नेतृत्व में गांववासियों के प्रतिनिधिमण्डल ने अतिरिक्त जिला कलक्टर टीसी बोहरा को ज्ञापन दिया। प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि नरेगा में सारा कार्य मजदूरों द्वारा किए जाने का प्रावधान होने के बावजूद सरपंच प्रभुलाल रेगर एवं सचिव जीवराज सिंह शेखावत ने तीन स्थानों पर मोरम जेसीबी से खुदवाई जाकर ट्रैक्टर में भरवाई गई। इस कार्य में मजदूरों का उपयोग नहीं किया गया। इसके अलावा ट्रैक्टर को भुगतान भी अधिक ट्रिप की स्लीप बना कर किया जा रहा है। ट्रैक्टर का टेण्डर भी अपने भाई नारायण लाल रेगर के नाम से करवा रखा हैं गांव के युवाओं ने ट्रैक्टर की ट्रिप के बारे में विरोध किया तो सरपंच व सचिव ने जेसीबी लगाकर मोरम को फैला दिया।
प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि इंद्रा आवास एवं राजीव गांधी विद्युतीकरण योजनाओं का लाभ भी वंचित की बजाय मिलने वाले व्यक्तियों को दिया जा रहा है। नामांतकरण तस्दीक में दो से दस हजार रुपए तक की राशि ली जाती है। सचिव अधिकांश समय शराब के नशे में रहता है। सरपंच ने अपने भाइयों को अमलोई गांव में चरागाह भूमि पर फर्जी तरीके से पट्टे जारी किए है।
उन्होंने बताया कि सरपंच एवं सचिव के भ्रष्टाचार से त्रस्त होकर छह माह से वार्ड पंचों ने कोरम का बहिष्कार कर रखा है। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को भी दी गई लेकिन आज दिन किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। प्रतिनिधिमण्डल ने सरपंच एवं सचिव को तत्काल निलम्बित करने की मांग की है।
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