राजसमन्द। केलवा थाना पुलिस ने एक शातिर नकबजन को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही से अब तक तीन मोटरसाइकल एवं आठ मोबाईल फोन बरामद किए। केलवा थानाधिकारी महावीर शर्मा ने बताया कि 21 जून को कानसिह पुत्र मोहनसिंह चौहान गांव रकमपुरा हाल पसून्द ने एक लिखित रिपोर्ट थाना केलवा पर प्रस्तुत की कि पसून्द में मेरी किरणा की दुकान है जिसे में हमेशा की तरह 10 जून को शाम करीब आठ बजे मेरी मोटरसाइकल नं्. आर जे 30 एस ए 2512 हीरो होण्डा स्पेलेण्डर प्लस दुकान में रख ताला लगा कर घर चला गया 11 जून प्रात: को दुकान पर आया तो देखा कि मेरी दुकान का ताला टूआ हुआ था। दुकान के अन्दर रखी मोटरसाइकल व मेरा मोबाईल नोकिया 1208 नहीं मिला। पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश प्रारंभ की और संदिग्ध सारण सिरियारी पाली निवासी जितेन्द्र सिंह उर्फ गोपालसिंह रावत पुत्र भंवर सिंह को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की तो उसने चोरी की वारदात करना स्वीकार किया। जिस पर पुलिस ने उसकी निशानदेही पर चोरी गई मोटरसाइकल व मोबाइल बरामद कर लिया। पुलिस ने अन्य वारदाताें के बारे में कडी पूछताछ की तो नकबजन ने मियारी केलवा अनमोल मिनरल से तीन मोबाईल फोनचुराना स्वीकार किया जिसे पुलिस ने बरामद किया। इसके अतिरिक्त माह अगस्त 08 में सोजत सीटी से नई केलीबर मोटरसाइकल व एक माह पूर्व मावली रेलवे स्टेशन से हीरोहोण्डा मोटरसाइकल, तीन माह पूर्व करमाल चौराहा थाना सिरियारी व कामलीघाट चोराहा थाना देवगढ एवं बर थाना रायपुल (पाली) एवं नीमझर थाना देवगढ से भी एक-एक मोटरसाइकल चुराना स्वीकार किया। जिस पर पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से चोरी का माल बरामद किया। शर्मा ने बताया कि केलवा थाने के एएसआई रतनसिंह हैड कांस्टेबल सुरेश मीणा, अशोक कुमार, पूरण सिंह, सलीम मोहम्मद, धनसिंह, गोविन्द सिंह को शामिल कर गठित किए गए दल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जिला पुलिस अधीक्षक डॉ नितिन दीप ने बताया कि गिरफ्तार मुल्जिम जितेन्द्र उर्फ गोपालसिंह के विरूध्द विभिन्न थानों में सन 04 तक 15 मुकदमें चोरी व नकबजनी के दर्ज थे व पाली का ए श्रेणी का हिस्ट्री शीटर है। उन्होने बताया कि अभियुक्त के विरूध्द पाली, अजमेर, राजसमन्द, भीलवाडा, उदयपुर में अनेकाें चोरी व नकबजनी के प्रकरण दर्ज है तथा मुल्जिम '' वन मेक आर्मी'' की तर्ज पर अकेला ही वारदात करता है तथा सन 04 से 08 तक कोई वारदात नहीं की, लेकिन 08 में सोजत से मोटरसाइकल चोरी कर अपराध की दुनिया में दोबारा कदम रखा, जो अब तक जारी है।
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