Tuesday, June 23, 2009

आचार्य महाप्रज्ञ का जीवन एक दर्शन : मुनि जतनमल

राजसमन्द। भिक्षु बोधि स्थल, तेरापंथ युवक परिषद, तेरापंथ महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में आचार्य महाप्रज्ञ का 90 वां जन्म दिवस प्रज्ञा दिवस के रूप में गांधी सेवा सदन में मुनि जतनमल, मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में मनाया गया। समारोह को सम्बोधित करतें हुए मुनि जतनमल ने कहा कि हम खुशनसीब है कि हमें एक दार्शनिक आचार्य अनुशास्ता मिले। आचार्य महाप्रज्ञ का जीवन अपने आप ममें एक दर्शन है जिस पर आज सैंकडों छात्र पीएचडी कर रहे हैं। मुनि सुरेश कुमार ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ को समुची दुनिया आज समस्याआें के समाधान के लिए उम्मीद भरी नजराें से देख रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भिक्षु बोधि स्थल कार्यवाहक अध्यक्ष एवं एडवोकेट डूंगरसिंह कर्णावट ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ कलम के धनी है। उनके होठो र सरस्वती सदेव विराजमान रहती है। डॉ महेन्द्र कर्णावट, सदन उपमंत्री आबिद अली ने समागत अतिथियाें का साहित्य, शाल्यार्पण कर सम्मान किया। मंच संचालन मेवाड कान्फ्रेंस के उपमंत्री गणपत धर्मावत ने किया।
भक्ति संध्या : भक्ति संध्या का आगाज कन्या मंडल के समूह गीत से हुआ। भक्ति संध्या में निर्मल सुतरिया ने संगायित पज्ञा दिवस मनाये, भक्ति की है रात बाबा आज थाने आनो है तथा संजय भानावत के ओ बालू नंदन लो अभिनंदन, मुनि सुरेश कुमार ने जगतारण आवतरियो शहनाई बाजी घर घर में, मुनि आनंद कुमार ने देवता तुम ही ह्दय केहार हो, मुनि सम्बोध कुमार ने जिस रंग में रंगी ये रीत उस रंग की है कुछ खास बात गीत प्रस्तुत किया।

No comments: