राजसमन्द। मुनि तत्वरूचि तरूण ने कहा कि विद्या विनय से सौभाग्यमान होती है इसलिए विद्या प्राप्ति के साथ विनय का विकास भी होना चाहिए। उक्त विचार उन्होने तेरापंथ किशोर मंडल आमेट के तत्वावधान में आयोजित संस्कार निर्माण अभियान के तहत तुलसी अमृत विद्यापीठ स्कूल में छात्र छात्राआें को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा कि स्कूल में विद्यार्थियाें को शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए जाएं। इसके लिए जीवन विज्ञान अत्युत्तम एवं उपयोगी उपक्रम हैं। इस अवसर पर मुनि तत्व ने छात्र छात्राआें को अनुशासन में चलने, आत्मानुशासन का विकास करने तथा विनम्र बनने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर विद्यालय प्रमुख मोहन लाल दक, गणपत लाल डांगी आदि ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में तेरापंथ किशोर मंडल के अध्यक्ष विपुल कुमार पितल्या, मंत्री विवेक, कन्या मंडल की अध्यक्षा स्वीटी दक मंत्री श्रीया हिंगड, शिवसिंह राव, मनीष उपाध्याय, धीरज उपाध्याय, राजेन्द्र जोशी उपस्थित थे। संचालन स्वीटी दक ने किया।
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