राजसमन्द। लोक अधिकार मंच राजसमंद की मासिक बैठक तथा संगोष्ठी चौमुखा महादेव मंदिर परिसर में मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. बसंतीलाल बाबेल के मुख्य आतिथ्य में हुई।
बाबेल ने कहा कि पिछले पचास वर्षो में किसानों को झील से केवल 21 बार सिंचाई जल मिला। झील का न्यूनतम जल स्तर नौ फीट निर्धारित होता है तो किसानों को प्रति वर्ष सिंचाई जल मिल सकेगा।
राष्ट्रीय महा सचिव नरेन्द्र सिंह कच्छावा ने झील संरक्षण के लिए किसानों व नागरिकों को एकजुट होकर जनजागृति का आह्वान किया। झील संरक्षण नागरिक समिति के कार्यकारी अध्यक्ष रमेशचंद्र खण्डेलवाल, फतहलाल गुर्जर, नवनीत जोशी, भगवत शर्मा, दिनेश चंद्र सनाढय आदि ने भी चर्चा में भाग लिया। मंच के प्रवक्ता डॉ. वीरेन्द्र महात्मा ने शुध्द के लिए युध्द अभियान की जानकारी प्रस्तुत की।
बाबेल ने कहा कि पिछले पचास वर्षो में किसानों को झील से केवल 21 बार सिंचाई जल मिला। झील का न्यूनतम जल स्तर नौ फीट निर्धारित होता है तो किसानों को प्रति वर्ष सिंचाई जल मिल सकेगा।
राष्ट्रीय महा सचिव नरेन्द्र सिंह कच्छावा ने झील संरक्षण के लिए किसानों व नागरिकों को एकजुट होकर जनजागृति का आह्वान किया। झील संरक्षण नागरिक समिति के कार्यकारी अध्यक्ष रमेशचंद्र खण्डेलवाल, फतहलाल गुर्जर, नवनीत जोशी, भगवत शर्मा, दिनेश चंद्र सनाढय आदि ने भी चर्चा में भाग लिया। मंच के प्रवक्ता डॉ. वीरेन्द्र महात्मा ने शुध्द के लिए युध्द अभियान की जानकारी प्रस्तुत की।
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