Sunday, February 7, 2010

सुरक्षा की चुनौतियों को देखते हुए राजस्थान का विशेष ध्यान

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को केन्द्र सरकार से कहा कि राज्य से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा व पर्यटन सुरक्षा की चुनौतियों को देखते हुए राजस्थान का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही अजमेर स्थित दरगाह शरीफ की सुरक्षा के लिए केन्द्र सरकार से केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की तर्ज पर सुरक्षा बल एवं अतिरिक्त 'इण्डिया रिजर्व बटालियन' के गठन सम्बंधी राज्य के प्रस्ताव को मंजूर किया जाए।
गहलोत रविवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री डॉं. मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में 'आन्तरिक सुरक्षा' पर आयोजित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश में सुरक्षा के लिए किए जा रहे इन्तजाम की विस्तृत जानकारी भी दी।
दरगाह शरीफ में तैनात हो सीआईएसएफ गहलोत ने केंद्र से कहा कि अजमेर शरीफ दरगाह की सुरक्षा के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों को तैनात किया जाए। इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है। फिलहाल यहां राज्य पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि दरगाह में बडी संख्या में लोग आते हैं। वर्ष 2007 में यहां आतंककारी हमला भी हुआ था।
जयपुर भी चर्चा मेंजयपुर को मेगासिटी पुलिसिंग योजना का लाभ देने की वकालत करते हुए गहलोत ने कहा कि जिस गति से गत वर्षों में जयपुर शहर का विकास हुआ है और नगरीय क्षेत्र की जनसंख्या 51 लाख तक पहुंच चुकी है। भारी संख्या में प्रवासी और फ्लोटिंग जनसंख्या, वाहनों में अप्रत्याक्षित बढोतरी और संगठित अपराधों की सम्भावना आदि 'मेगासिटी' जैसी समस्याएं बढी हैं, उसके मद्देनजर जयपुर को इस योजना में शामिल किए जाने की आवश्यकता है। बैठक के बाद तीन दिन का दिल्ली दौरा पूरा कर मुख्यमंत्री रविवार रात जयपुर लौट आए।

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