Tuesday, February 16, 2010

देसी बच्चे, विदेशी शिक्षक

देवगढ। समीप के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, चितरडाई में पिछले एक माह से दो विदेशी शिक्षक ग्रामीण बच्चों को पढा रहे हैं। इससे विद्यार्थियों में पढने की ललक बनी हुई है और विद्यालय शैक्षिक नवाचार से ओतप्रोत हो गया है।
जानकारी के अनुसार ब्रिटेन के नीक लीडर व आयरलैण्ड की लिरेन पिछले 25 जनवरी से विद्यालय में छात्र-छात्राओं को सभी विषयों में शिक्षण कार्य करा रही हैं। ब्रिटेन की पीपुल एण्ड पैलेस संस्था से जुडे दोनों शिक्षकों को देवगढ की जसवन्त चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से आगामी वर्षो में भी अध्ययन सुविधा मुहैया कराई जाएगी। ये दोनों अध्यापक 19 फरवरी को देवगढ से विदा होंगे। दोनों ने एक माह के दौरान पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा का ज्ञान दिया। अंग्रेजी माहौल में रहने के कारण अब ग्रामीण बच्चों में भी भाषा के प्रति लगाव बढा है तथा वे धारा प्रवाह अंग्रेजी बोलने का प्रयास करते हैं।
यही नहीं, वे शुद्ध अभिव्यक्ति के बल पर अंग्रेजी का प्राथमिक वार्तालाप भी करने लगे हैं। ग्रामीण छात्र-छात्राओं को शिक्षकों ने खेलों के माध्यम से भी शिक्षा दी। एक माह के दौरान विदेशी शिक्षक गांव वालों से भी घुल-मिल गए व उनके नाम तक जानने लग गए। विदेशी शिक्षक इस दौरान टूटी-फूटी हिन्दी भी सिख गए।
इस अवसर पर जसवन्त चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से विद्यालय में दोनों विदेशी शिक्षकों का सोमवार को एक सादे समारोह में सम्मान किया गया। समारोह की अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष नाहरसिंह रावत ने की। समारोह में भूरत्न प्रभा, पूर्व मंत्री मानधाता सिंह, नम्रता कुंवर, अतिरिक्त जिला शिक्षा अघिकारी- प्रारम्भिक मुकेश राही, अतिरिक्त जिला शिक्षा अघिकारी माध्यमिक मुकुट बिहारी शर्मा, खण्ड शिक्षा अघिकारी रमेशचन्द त्रिपाठी, अतिरिक्त खण्ड शिक्षा अघिकारी प्रहलादसिंह कच्छावा, सरपंच दाऊराम सहित बडी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। विद्यालय के छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं। संयोजन संस्था प्रधान देवेन्द्रसिंह कच्छावा ने किया।

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