Saturday, March 28, 2009

संत आजादी का संदेश देते हैं : मुनि तत्वरूचि

राजसमन्द। मुनि तत्वरूचि तरूण ने कहा कि संत आजादी का संदेश देते हैं। बाहरी अथवा दूसरे के नियंत्रण से मुक्ति पा लेना भी आजादी है। लेकिन असली आजादी स्वयं का स्वयं पर नियंत्रण स्थापित होने पर ही प्राप्त होती है। हम सच्ची आजादी पाने के लिए आत्मानुशासन की चेतना जगाएं। उक्त विचार उन्होनें शनिवार को तेरापंथ भवन में आयोजित मंगल भावना समारोह में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। समारोह की अध्यक्षता तेरापंथ सभाध्यक्ष महेन्द्र कुमार कोठारी ने की। तेयुप अध्यक्ष प्रमोद सोनी व तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती मंजू चोरडिया विशिष्ट अतिथि थे। मुनि ने कहा कि आत्मा का शुध्द स्वरूप ही परमात्मा होता है। संत परमात्मा के परम उपासक होते हैं7 संत आत्म कल्याण की साधना करते हुए जन कल्याण के लिए विचरण करते हैं। इस अवसर पर मुनि भवभूति, मुनि कोमल, मुनि विकास ने भी धर्मध्यान की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में लादूलाल मेहता, रोशनलाल पोकरना, सम्पत चोरडिया, श्रीमती योत्सना पोकरना, मिहिका जैन, श्रीमती नीता सोनी, मधु चोरडिया ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन विनोद कुमार बडोला ने किया तथा आभार सतीश पगारिया ने प्रकट किया।
मुनि तत्वरूचि का विहार आज : मुनि तत्वरूचि तरूण कांकरोली प्रवास सम्पन्न कर आज सुंदर कोलोनी के लिए विहार करेगे। सभाध्यक्ष महेन्द्र कुमार कोठारी ने बताया कि मुनि तत्वरूचि अपने सहवर्ती मुनि भवभूति, मुनि कोमल, मुनि विकास के साथ रविवार को प्रात: नौ बजे तेरापंथ भवन से विहार कर भीलवाडा रोड स्थित सुंदर कोलोनी पहुंचेगे वहां मिश्रीलाल बोहरा के निवास पर प्रवास करेंगे।

No comments: