राजसमन्द। वरिष्ठ नागरिक मनोरंजन केन्द्र गांधी सेवा सदन राजसमन्द में रविवार को केन्द्र के सदस्याें की संगोष्ठी मोहनलाल पुरोहित की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। संगोष्ठी मं वरिष्ठ साहित्यकार कमर मेवाडी ने देश में बढते प्रान्तवाद, साम्प्रदायिक विद्वेष और जातिवाद पर गहरी चिन्ता व्यक्त की। उन्होने कहा कि आज हमारा इतना नैतिक पतन हो गया है कि हम समाज और देश के विषय में नही सोचकर स्वयं के लाभ के बारे में अधिक सोचते हैं। वरिष्ठ कवि अफजल खां अफजल एवं शिक्षाविद गणपत धर्मावत ने कहा कि विधायिका एवं कार्यपालिका को सख्त कदम उठाते हुए घृणा फैलाने वाले लोगाें पर अंकुश लगाना चाहिए। संगोष्ठी के संयोजक गांधीवादी विचारक जीतमल कच्छारा ने कहा कि हमें व्यक्तिगत स्वार्थों से उपर उठकर देश एवं समाज के हित में सोचना चाहिए। आज समाज एवं देश की एकता सर्वोपरी है।
गणेश बडावा एवं सैयद आबिद अली का मानना था कि जनता की जागरूकता ही एक अच्छे एवं स्वस्थ समा के निर्माण में सहायक सिध्द हो सकती है। संगोष्ठी में उपस्थित सभी सदस्याें ने उपरोक्त विचाराें का समर्थत करते हुए सभी वरिष्ठ नागरिकाें से राष्ट्र हित में जनता में जागरूकता लाने की अपील की।
गणेश बडावा एवं सैयद आबिद अली का मानना था कि जनता की जागरूकता ही एक अच्छे एवं स्वस्थ समा के निर्माण में सहायक सिध्द हो सकती है। संगोष्ठी में उपस्थित सभी सदस्याें ने उपरोक्त विचाराें का समर्थत करते हुए सभी वरिष्ठ नागरिकाें से राष्ट्र हित में जनता में जागरूकता लाने की अपील की।
No comments:
Post a Comment