राजसमन्द। चेतक के 233 वे बलिदान दिवस पर सहायक निदेशक पशुधन विकास राजसमन्द पर राजपूत दिग्दर्शन के प्रकोष्ठ एनीमल वेलफेयर गु्रप राजसमन्द के तत्वावधान मे संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता डॉ उपनिदेशक घनश्याम मुरोडिया ने की, मुख्य अतिथि पुष्पेन्द्र कुमार पारीक थे वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में सेवानिवृत सहायक निदेशकडॉ गोविन्द लाल सरूपरिया एवं डॉ मनोहर लाल सेन थे। संगोष्ठी की शुरूआत अध्यक्ष डॉ मुरोडिया ने एवं राजपूत दिग्दर्शन के संरक्षक सत्यपालसिंह चुण्डावत ने चेतक व महाराणा प्रताप के चित्र व होर्डिंग पर माला अर्पण कर की। मुख्य वक्ता सत्यपालसिंह चुण्डावत ने चेतक के बलिदान को पशुपालन विभाग के कर्मियाें के लिए ही नहीं बल्कि हर मानव मात्र की प्रेरणा के लिए विलक्षण घटना बताई। संगोष्ठी में शांतिलाल अहारी, भंवरसिंह जेतावत, अखिलेश जैन, पुष्पेन्द्र कुमार पारीक, डॉ मनोहर लाल सेन एवं डॉ गोविन्द लाल सरूपरिया ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन तेजराम कुमावत ने किया।
No comments:
Post a Comment