राजसमन्द झील संरक्षण बैठक की अध्यक्षता कर उपस्थित स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों, मार्बल गैंगसा एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं संबंधित अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होने नगरपालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि झील पेटे सफाई के दौरान निकाला गया कचरा अभी भी कही कही पडा हुआ है। तत्काल समस्त कचरे टे्रक्टर आदि लगाकर झील से उठाकर उचित स्थान पर निस्तारण कराएॅ। जिला कलक्टर ने कहा कि इस कार्य में स्काउट गाईड, एनएसएस, एबीवीपी एवं एनएसयूआई का सहयोग लिया जाएगा।
उन्होने विकास अधिकारी राजसमन्द को निर्देश दिए कि दो दिवस के अन्दर अन्दर प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-8 पर खुलवाए गए समस्त अवरूद्ध नालों में जो क्षेत्र सडक के नीचे है, उसमे नरेगा से पर्याप्त श्रमिक लगाकर तेज गति से कार्य कराते हुए पाईपो एवं होलो की सफाई करना सुनिश्चित करें। यदि इसमें श्रमिको की ओर आवश्यता हो तो अधिशाषी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा अतिरिक्त मजदूर उपलब्ध कराकर उक्त कार्य को गति से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
सिंह ने कहा कि जिस जिस गोदाम से नालो निकाला गया है संबंधित गोदाम स्वामी उस नाले को पक्का कराएॅ साथ ही उन्होने कहा गोदाम परिसर नाले खोलने के लिए जितने समय जेसीबी चली है उसका किराया संबंधित गोदाम मालिक आज बुधवार सांय तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी की उपस्थिति में जेसीबी मालिक को कर दें साथ ही उन्होने समस्त मार्बल गोदाम स्वामियों से कहा कि राजमार्ग के मध्य से 75 फीट की दूरी के अन्दर अन्दर मार्बल पत्थर रखने की अवधि समाप्त हो गई है यदि अब भी किसी गोदाम स्वामी द्वारा मार्बल निर्धारित सीमा से नही हटाया गया हो तो तत्काल हटा ले अन्यथा प्रशासन द्वारा निर्धारित सीमा के अन्दर पाए जाने वाले मार्बल को जप्त कर लिया जाएगा जिसके लिए स्वयं गोदाम मालिक ही जिम्मेदार होगा।
उन्होने रूपसागर के डाउनस्ट्रीम के नाले के अवरोधो को हटाने के लिए खनि अभियंता को निर्देश दिए तक तत्काल इस कार्य को पूर्ण करें।
इस अवसर पर झील संरक्षण अभियान के प्रभारी अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर टीसीबोहरा ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 पर खोले गए समस्त अवरूद्ध नालों पानी सीधा राजसमन्द झील में पहुंचे इसके लिए अधिशाषी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, नेशनल हाईवे एवं जल संसाधन की समिति बनाकर क्षेत्र का भ्रमण कर इस प्रकार से नाले को तैयार किया जाए कही अवरूद्ध नही होकर सीधा झील पेटे में पहुंचे ।
उन्होने जिला कलक्टर के निर्देशों की अनुपालना में गोदाम मालिको का आह्वान किया कि उनके गोदाम से संबंधित जितनी जीसीबी चली है उसका भुगतान आज बुधवार शाम तक कर दिया जाए। अन्यथा नियमानुसार संबंधित गोदाम में रखा मार्बल जप्ती की कार्यवाही की जाकर भूमि का किराया वसूला जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस अभियान के लिए गत 11 जून को ग्राम पंचायत एमडी, मोही, महासतियों की मादडी, वणाई, फियावडी, कुवारिया, पीपली आचार्यान एवं पीपली अहिरान के सरपंचो एवं सचिवों एवं विकास अधिकारी राजसमन्द की बैठक आयोजित इन पंचायतो के काश्तकारों से झील पेटे श्रमदान करवाने का निर्णया लिया गया।जिसके अनुसरण में 13 जून को ग्राम पंचायत एमडी, मोही एवं धोईन्दा 14 जून को भावा, भाणा एवं महासतियों की मादडी, 15 जून को पीपली आचार्यान, वणाई एवं कुवारिया तथा 16 जून को फियावडी एवं पीपली अहिरान के किसान एवं ग्रामीण झील क्षेत्र में काश्तकारों ने श्रमदान किया जिसका श्रेय केवल संबंधित सरपंचो को ही जाता है और जिला प्रशासन उनका आभार व्यक्त करता है।
इस अवसर पर पर्यावरण विकास संस्था के हरिसिंह राठौड ने बताया कि प्रशासन द्वारा निर्धारित 75 फीट राजकीय भूमि से सटकर हर गोदाम पर लाईन वाईज एक-एक पौधा लगाकर मय ट्रीगार्ड के संबंधित गोदाम स्वामी उसका संरक्षण करेगा, इस कार्य के लिए भी प्रशासन ने बधाई दी की अगर इस प्रकार का कार्य होने लगेगा तो निश्चत ही राजसमन्द जिला प्रदूषण मुक्त होकर पर्यावरण युक्त बनेगा।
बैठक में मार्बल गैंगसा एसोसिएशन के मदन चौधरी, बाबुलाल कोठारी, समन्वयक झील बचाओं दिनेश श्रीमाली, गायत्री परिवार के भंवरलाल पालीवाल, नाथूलाल कुमावत, लोक अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष सम्पत लडढा, रेडक्रास सोसायटके मानद सचिव राजकुमार दक, अधिशाषी अभियंता जलसंसाधन जी0एल0सिशोदिया, जिला परिवहन अधिकारी कन्हैयालाल, कार्यपालक इंजिनियर लोक निर्माण विभाग एस0एन0मीणा, तहसीलदार अमृतलाल डामोर, नायब तहसीलदार मदनलाल जीनगर सहित मार्बल गोदामो एवं कटरों के मालिक उपस्थित थे।
उन्होने नगरपालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि झील पेटे सफाई के दौरान निकाला गया कचरा अभी भी कही कही पडा हुआ है। तत्काल समस्त कचरे टे्रक्टर आदि लगाकर झील से उठाकर उचित स्थान पर निस्तारण कराएॅ। जिला कलक्टर ने कहा कि इस कार्य में स्काउट गाईड, एनएसएस, एबीवीपी एवं एनएसयूआई का सहयोग लिया जाएगा।
उन्होने विकास अधिकारी राजसमन्द को निर्देश दिए कि दो दिवस के अन्दर अन्दर प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-8 पर खुलवाए गए समस्त अवरूद्ध नालों में जो क्षेत्र सडक के नीचे है, उसमे नरेगा से पर्याप्त श्रमिक लगाकर तेज गति से कार्य कराते हुए पाईपो एवं होलो की सफाई करना सुनिश्चित करें। यदि इसमें श्रमिको की ओर आवश्यता हो तो अधिशाषी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा अतिरिक्त मजदूर उपलब्ध कराकर उक्त कार्य को गति से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
सिंह ने कहा कि जिस जिस गोदाम से नालो निकाला गया है संबंधित गोदाम स्वामी उस नाले को पक्का कराएॅ साथ ही उन्होने कहा गोदाम परिसर नाले खोलने के लिए जितने समय जेसीबी चली है उसका किराया संबंधित गोदाम मालिक आज बुधवार सांय तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी की उपस्थिति में जेसीबी मालिक को कर दें साथ ही उन्होने समस्त मार्बल गोदाम स्वामियों से कहा कि राजमार्ग के मध्य से 75 फीट की दूरी के अन्दर अन्दर मार्बल पत्थर रखने की अवधि समाप्त हो गई है यदि अब भी किसी गोदाम स्वामी द्वारा मार्बल निर्धारित सीमा से नही हटाया गया हो तो तत्काल हटा ले अन्यथा प्रशासन द्वारा निर्धारित सीमा के अन्दर पाए जाने वाले मार्बल को जप्त कर लिया जाएगा जिसके लिए स्वयं गोदाम मालिक ही जिम्मेदार होगा।
उन्होने रूपसागर के डाउनस्ट्रीम के नाले के अवरोधो को हटाने के लिए खनि अभियंता को निर्देश दिए तक तत्काल इस कार्य को पूर्ण करें।
इस अवसर पर झील संरक्षण अभियान के प्रभारी अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर टीसीबोहरा ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 पर खोले गए समस्त अवरूद्ध नालों पानी सीधा राजसमन्द झील में पहुंचे इसके लिए अधिशाषी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, नेशनल हाईवे एवं जल संसाधन की समिति बनाकर क्षेत्र का भ्रमण कर इस प्रकार से नाले को तैयार किया जाए कही अवरूद्ध नही होकर सीधा झील पेटे में पहुंचे ।
उन्होने जिला कलक्टर के निर्देशों की अनुपालना में गोदाम मालिको का आह्वान किया कि उनके गोदाम से संबंधित जितनी जीसीबी चली है उसका भुगतान आज बुधवार शाम तक कर दिया जाए। अन्यथा नियमानुसार संबंधित गोदाम में रखा मार्बल जप्ती की कार्यवाही की जाकर भूमि का किराया वसूला जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस अभियान के लिए गत 11 जून को ग्राम पंचायत एमडी, मोही, महासतियों की मादडी, वणाई, फियावडी, कुवारिया, पीपली आचार्यान एवं पीपली अहिरान के सरपंचो एवं सचिवों एवं विकास अधिकारी राजसमन्द की बैठक आयोजित इन पंचायतो के काश्तकारों से झील पेटे श्रमदान करवाने का निर्णया लिया गया।जिसके अनुसरण में 13 जून को ग्राम पंचायत एमडी, मोही एवं धोईन्दा 14 जून को भावा, भाणा एवं महासतियों की मादडी, 15 जून को पीपली आचार्यान, वणाई एवं कुवारिया तथा 16 जून को फियावडी एवं पीपली अहिरान के किसान एवं ग्रामीण झील क्षेत्र में काश्तकारों ने श्रमदान किया जिसका श्रेय केवल संबंधित सरपंचो को ही जाता है और जिला प्रशासन उनका आभार व्यक्त करता है।
इस अवसर पर पर्यावरण विकास संस्था के हरिसिंह राठौड ने बताया कि प्रशासन द्वारा निर्धारित 75 फीट राजकीय भूमि से सटकर हर गोदाम पर लाईन वाईज एक-एक पौधा लगाकर मय ट्रीगार्ड के संबंधित गोदाम स्वामी उसका संरक्षण करेगा, इस कार्य के लिए भी प्रशासन ने बधाई दी की अगर इस प्रकार का कार्य होने लगेगा तो निश्चत ही राजसमन्द जिला प्रदूषण मुक्त होकर पर्यावरण युक्त बनेगा।
बैठक में मार्बल गैंगसा एसोसिएशन के मदन चौधरी, बाबुलाल कोठारी, समन्वयक झील बचाओं दिनेश श्रीमाली, गायत्री परिवार के भंवरलाल पालीवाल, नाथूलाल कुमावत, लोक अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष सम्पत लडढा, रेडक्रास सोसायटके मानद सचिव राजकुमार दक, अधिशाषी अभियंता जलसंसाधन जी0एल0सिशोदिया, जिला परिवहन अधिकारी कन्हैयालाल, कार्यपालक इंजिनियर लोक निर्माण विभाग एस0एन0मीणा, तहसीलदार अमृतलाल डामोर, नायब तहसीलदार मदनलाल जीनगर सहित मार्बल गोदामो एवं कटरों के मालिक उपस्थित थे।
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