राजसमन्द। राज्य सरकार द्वारा राज्य कर्मचारियों को समय पर वेतन भत्ते देने की मंशा एवं दावे के विपरीत जिले में बडी संख्या में शिक्षकों को चार माह गुजर जाने के बावजूद भी छठे वेतन आयोग का लाभ नहीं मिल पाया है। राजस्थान शिक्षक संघर्ष समिति के संयोजक प्रमोद सिंह चारण एवं सहसंयोजक जयङ्क्षसह राणावत ने आरोप लगाया कि जिला कलक्टर ओंकार सिंह ने सभी शिक्षकों को छठे वेतन आयोग का लाभ 15 फरवरी तक देने के निर्देश दिए थे बावजूद इसके अभी तक सैकडों शिक्षक इस लाभ से वंचित है। शिक्षक नेताओ ने बताया कि वर्ष 1980 से 90 के दौरान पंचायत समितियों में नियुक्त शिक्षकों को अन्य जिलों में प्रथम नियुक्ति तिथि से लाभ दिया गया है जबकि राजसमन्द जिले मेें इसको लेकर मनमानी की जा रही है। कुछ प्रकरणाों में वसूली की शर्त पर वेतन स्थिरीकरण किया गया है वहीं कुछ से वसूली तक कर ली गई है। शेष बचे शिक्षकों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है। निदेशालय स्तर पर पंचायत राज मंत्री के हस्तक्षेप बाद अन्य जिलों में ऐसे प्रकरण निस्तारित कर दिए गए हैं जबकि राजसमन्द में आनाकानी की जा रही है। दोनो शिक्षक नेताओं ने बताया कि इस मामले को लेकर मंगलवार सुबह पंचायत समिति राजसमन्द के बाहर प्रात: नौ बजे बैठक आयोजित कर शिक्षक आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे।
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