राजसमन्द। अणुव्रत विश्व भारती राजसमन्द एवं द्वारकाधीश शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय कांकरोली के संयुक्त तत्वावधान में रूपान्तरण हेतु शिक्षण कैसे हो ? विषय पर एक दिवसीय सेमिनार शनिवार को महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुरेन्द्र सिंह पाल व मांगीलाल पगारिया के सान्निध्य में हुआ। प्रारंभ में बालोदय निदेशक बालमुकुन्द सनाढ्य ने बालोदय में बालकों के लिए किए जा रहे कार्य की सैद्धान्तिक व व्यवहारिक प्रस्तुति की तथा अन्र्तनिहित क्षमताओं को पहचानने के लिए भावात्मक संवाद किया जिसमेें शीतल पोखरना, पंकज, धीरज, प्रकाश, दिनेश व निकिता की सहभागिता रही। शिविर प्रभारी साबिर शुक्रिया द्वारा ध्यान व आसन के व्यवहारिक प्रयोग करवाए गए। सहभागी शिक्षकों ने कक्ष प्रवृतियों का अवलोकन कर सेमीनार में प्रस्तुति के लिए कक्ष प्रवृति आधारित मोड्युल तैयार किए। इस अवसर पर अणुविभा के प्रबंध निदेशक विमल जैन व प्राध्यापक शांतिलाल श्रीमाली, नरेश कुमार पालीवाल, सुमन चौधरी, सुरेश दाधीच व निर्मल पालीवाल का सान्निध्य रहा। सेमीनार में श्रेष्ठ मॉड्युल प्रस्तुति के लिए पूनम कोठारी व ऋतु सांचिहर को पुरूस्कृत किया गया।
No comments:
Post a Comment