राजसमन्द। कोई हाथाें से तो कोई धातु के सपाट सतह वाली वस्तु से शरीर को खजाल रहे हैं। पशुओं की हालतऔर बुरी है। वे खुद का शरीर किसी दीवार या पेड के तने से खुजला रहे हैं मगर बीमारी है कि पिण्ड ही नहीं छोडती।
यह वाकया है जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर पीपली अहिरान ग्राम पंचायत मुख्यालय का जहां इन दिनाें खुजली की बीमारी फेली हुई है। पीपली अहिरान ग्राम पंचायत के सरपंच भैरूलाल अहीर ने बताया कि पिछले एक माह से कस्बे के करीब ढाई सो घराें के लोग इस बीमारी से पीडित है। अहीर के अनुसार शुरूआती दोर में खुजली की यह बीमारी पशुओ को हुई उस वक्त पशु अपने शरीर दीवाराें या पेड के तने से रगडते रहे लेकिन तब इसे किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। अब कस्बे के लोग इस बीमारी के आगोश में है और जिसे देखाें वह खुजली करता नजर आ जाएगा। सरपंच अहीर ने बताया कि बीमारी का प्रकोप शुरू होने पर स्थानीय चिकित्सक से लोगों ने परामर्श कर दवाईयां दी लेकिन उन्हें अब तक कोई राहत नहीं मिली। स्थानीय लोगाें के अनुसार यह प्रकोप हुल्ला नामक मच्छर से फैल रहा है। खुजली के बाद शरीर पर छाले हो जाते हैं।
यह वाकया है जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर पीपली अहिरान ग्राम पंचायत मुख्यालय का जहां इन दिनाें खुजली की बीमारी फेली हुई है। पीपली अहिरान ग्राम पंचायत के सरपंच भैरूलाल अहीर ने बताया कि पिछले एक माह से कस्बे के करीब ढाई सो घराें के लोग इस बीमारी से पीडित है। अहीर के अनुसार शुरूआती दोर में खुजली की यह बीमारी पशुओ को हुई उस वक्त पशु अपने शरीर दीवाराें या पेड के तने से रगडते रहे लेकिन तब इसे किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। अब कस्बे के लोग इस बीमारी के आगोश में है और जिसे देखाें वह खुजली करता नजर आ जाएगा। सरपंच अहीर ने बताया कि बीमारी का प्रकोप शुरू होने पर स्थानीय चिकित्सक से लोगों ने परामर्श कर दवाईयां दी लेकिन उन्हें अब तक कोई राहत नहीं मिली। स्थानीय लोगाें के अनुसार यह प्रकोप हुल्ला नामक मच्छर से फैल रहा है। खुजली के बाद शरीर पर छाले हो जाते हैं।
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