राजसमन्द। शहर से सटे देवथड़ी गांव के समीप मां त्रिपुरा सुंदरी एवं शेषावतार कल्लाजी मंदिर निर्माण के लिए मंगलवार को महंत भीम सिंह चौहान व संतगण के सान्निध्य में भूमि पूजन एवं नवचण्डी महायज्ञ का आयोजन हुआ।
वेदाचार्य भगवती प्रसाद जेठाणा ने संस्था के नवनीत लड्ढ़ा व उनकी पत्नी के माध्यम से प्रायश्चित कर्म, गणेश पूजन, मातृका, वास्तु, भद्र, योगिनी, मयदगण की पूजा करवाई। मां त्रिपुरा के देवालय में भूमि आदि देवताओं की विधिपूर्वक वेदमंत्रों के साथ नौ काली शिलाओं पर अंकित कुर्म, गदा, नाग, अंकुश, त्रिशूल, खडग, तलवार, वज्र दण्ड का पूजन करवा कर नवनीत लङ्ढा, जगदीश श्रीमाली, गोपेन्द्र सिंह झाला, देवेन्द्र सिंह शंकरपुरा, ललित चोरडिया, नंदलाल माली, उपेन्द्र सिंह चारण, लक्ष्मण सिंह चारण द्वारा शिल्पज्ञ उपेन्द्र सोमपुरा ने गणितिय क्रम से शिलाओं की स्थापना करवाई। शिलान्यास रोकडिया हनुमान मंदिर के महंत नारायण दास एवं शिवपुरी माताजी के सान्निध्य में हुआ। इस अवसर पर जिला प्रमुख राजसमंद नारायण सिंह भाटी, कांग्रेस के राजसमंद नगर अध्यक्ष गोविंद सनाढय, नाथद्वारा विधायक कल्याण सिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह राठौड़, उप प्रधान कुम्भलगढ़ निर्भय सिंह झाला, ठाकुर देवी सिंह केलवा, काली कल्याण धाम समिति के देवेन्द्र सिंह राठौड़, ललित पालीवाल, ललित चोरडिया, गोविंद पालीवाल, राजेन्द्र सिंह चारण आदि उपस्थित थे। काली कल्याण धाम के प्रवक्ता सत्यपाल सिंह चूण्डावत ने बताया कि पूजन एवं शिलान्यास के उपरांत अग्नि प्रतिष्ठा, गृह होम एवं नवचण्डी हवन हुआ, जिसमें विशेष आहुतियां देकर सभी के कल्याण की कामना की गई। इस अवसर पर राजसमंद क्षेत्र के अलावा डूंगरपुर, बांसवाडा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ आदि जिलों के सैंकड़ों भक्तजन शामिल हुए।