राजसमंद। जिले के पडासली गांव में रविवार को दोपहर तीन बजे से करीब एक घंटे तक मूसलाधार वर्षा हुई जिससे बरसाती नाले में बहकर 70 बकरियों की मृत्यु हो गई वहीं खेतों में बर्फ की परते जम गई।
मिली जानकारी के अनुसार पडासली निवासी नारू भील एवं भंवर लौहार बरसाती नाले के पास बकरियां चरा रहे थे तभी दिन में तीन बजे तेज आंधी के साथ वर्षा शरू हुई और कडे गिरने लगे। दोनों चरवाहे कुछ समझते या बकरियों का बचाव करते तेज गति से नाले में आए पानी में 70 बकरियां बह गई। दोनों अपने आपकों एवं दस बकरियों को बचाने में सफल रहे।
सूचना मिलने पर केलवा थाने में एएसआई भंवर सिंह मारवाड, उप प्रधान दिनेश बडाला, रमेश चपलोत, गुणसागर, कालू सिंह आदि मौके पर पहुंचे व नाले में फंसे चरवाहों की मदद की और उन्हें सकुशल गांव ले आए। नाले के समीप ही हिम्मत सिंह राठौड़ भी अपने खेत में फंस गया जिसे उप प्रधान दिनेश बडाला व उसके साथियों ने बाहर निकाला। हिम्मत सिंह राठौड़ की तीन बकरियों मृत्यु हो गई। लगातार एक घंटे बडे-बडे आकार के कडे गिरने से बकरियों की मृत्यु होना बताया जा रहा है। 28 मृत बकरियों के शव मिले है बाकी नाले में बह गई। बाद में तहसीलदार अमृतलाल डामोर व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और बकरियों के बचाव में जुट गए। एक घंटे तक गिरे ओले व बरसात से बकरियां ठण्ड से ठिठुर गई और उन्हें बचाव के लिए अलावा जला कर उन्हें गर्मी दी गई।
इधर समीपवर्ती भाणा एवं लवाण गांव में दोपहर तीन बजे हुई बरसात के साथ ओले भी गिरे।
टिन टपर उडे : तेज धूल भरी आंधी से जिला मुख्यालय पर कई स्थानों पर टिन-टपर उड गए वहीं पेड गिर गए। जिला मुख्यालय पर तेज हवाएं चलने के कारण वषा्र रूकी नहीं कुछ देर के अंतराल के बाद दोबार छिटपुट बरसात हुई।
बिजली ठप : जिला मुख्यालय पर तेज हवा चलने से अपराह्न करीब चार बजे जलचक्की, भगवानदास मार्केट, शर्मा चिकित्सालय सहित अन्य क्षेत्रों मेें बिजली बंद हो गई। करीब ढाई घंटे बाद बिजली शुरू हुई लेकिन दस मिनट बाद पुन: ठप हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार पडासली निवासी नारू भील एवं भंवर लौहार बरसाती नाले के पास बकरियां चरा रहे थे तभी दिन में तीन बजे तेज आंधी के साथ वर्षा शरू हुई और कडे गिरने लगे। दोनों चरवाहे कुछ समझते या बकरियों का बचाव करते तेज गति से नाले में आए पानी में 70 बकरियां बह गई। दोनों अपने आपकों एवं दस बकरियों को बचाने में सफल रहे।
सूचना मिलने पर केलवा थाने में एएसआई भंवर सिंह मारवाड, उप प्रधान दिनेश बडाला, रमेश चपलोत, गुणसागर, कालू सिंह आदि मौके पर पहुंचे व नाले में फंसे चरवाहों की मदद की और उन्हें सकुशल गांव ले आए। नाले के समीप ही हिम्मत सिंह राठौड़ भी अपने खेत में फंस गया जिसे उप प्रधान दिनेश बडाला व उसके साथियों ने बाहर निकाला। हिम्मत सिंह राठौड़ की तीन बकरियों मृत्यु हो गई। लगातार एक घंटे बडे-बडे आकार के कडे गिरने से बकरियों की मृत्यु होना बताया जा रहा है। 28 मृत बकरियों के शव मिले है बाकी नाले में बह गई। बाद में तहसीलदार अमृतलाल डामोर व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और बकरियों के बचाव में जुट गए। एक घंटे तक गिरे ओले व बरसात से बकरियां ठण्ड से ठिठुर गई और उन्हें बचाव के लिए अलावा जला कर उन्हें गर्मी दी गई।
इधर समीपवर्ती भाणा एवं लवाण गांव में दोपहर तीन बजे हुई बरसात के साथ ओले भी गिरे।
टिन टपर उडे : तेज धूल भरी आंधी से जिला मुख्यालय पर कई स्थानों पर टिन-टपर उड गए वहीं पेड गिर गए। जिला मुख्यालय पर तेज हवाएं चलने के कारण वषा्र रूकी नहीं कुछ देर के अंतराल के बाद दोबार छिटपुट बरसात हुई।
बिजली ठप : जिला मुख्यालय पर तेज हवा चलने से अपराह्न करीब चार बजे जलचक्की, भगवानदास मार्केट, शर्मा चिकित्सालय सहित अन्य क्षेत्रों मेें बिजली बंद हो गई। करीब ढाई घंटे बाद बिजली शुरू हुई लेकिन दस मिनट बाद पुन: ठप हो गई।
No comments:
Post a Comment