राजसमन्द। राजसमन्द झील में वर्षा जल के नालों में आने वाले पानी के अवरूद्ध मार्ग को खोलने एवं पानी के बहाव को प्राकृतिक अवस्था में लाने का कार्य मंगलवार को ओर द्रुतगति से चला एवं चार जेसीबी की मदद से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 पर राजनगर से पसून्द तक के समस्त नाले खोल दिए।
मंगलवार को काकू मार्बल, चेचाणी मार्बल से होते मक्सन मार्बल तक पानी के बन्द नाले को खोलने की कार्यवाही की गई जो करीब 375 मीटर का है जिसे मार्बल विक्रेताओं ने पूरी तरह भराव कर दबा दिया था। यहां वषाऋतु में करीब चार फीट तक पानी भर जाता है। निकासी नही होने के कारण यह पानी झील में भी नही जा पाता है साथ ही पास में स्थित सार्थक मार्बल एवं ठाकुर मार्बल के समीप 150 मीटर नाले को भी खोलकर बडे नाले में मिलाया गया, जिससे मार्ग पर पानी एकत्रित नही हो एवं सीधा राजसमन्द झील की ओर बढे। सरकारी रिकार्ड के अनुसार इस क्षेत्र में 41 नाले स्थित है। जिन्हे खोलने का कार्य जिला कलक्टर आेंकार सिंह के निर्देशन में गठित कमेटी के सदस्यों की निगरानी में तीव्रगति से किया जा रहा है।
मंगलवार को भी बन्द नालो को खोलते हुए पानी का प्राकृतिक बहाव को बनाया गया तथा जिस जिस स्थान पर जो जो मार्बल प्रतिष्ठान स्थित उनके मालिको को अब इन खोले गए नालो में मलवा नही डालने की हिदायत देते हुए इन्हे पक्का बनाने के लिए प्रेरित किया जिससे यह नाले भविष्य में अवरूद्ध नही हो एवं समय समय पर इनकी सफाई की जा सके।
पसून्द में ही धोलीखान की ओर आने वाले नाले के पानी को अरिहन्त मार्बल से होते हुए अरवाली मार्बल के सामने से नाला बनाकर पानी को झील तक पहुचाने के लिए भी नाले खुदाया जाएगा। जिससे मार्बल फेक्ट्रियों में पानी नही भरे एवं वर्षा जल झील में आ सके।
अवरूद्ध नालों को खुलवाने का कार्य राजसमन्द तहसीलदार अमृतलाल डामोर ने करवाया तथा नालों के प्राकृतिक बहाव को बनाने का कार्य दु्रतगति से किया जा रहा है। जहां जहां नाले खोलने एवं पानी के प्राकृतिक बहाव को बनाने का काम चल रहा है वही आगे के पाईन्टो का भी निरीक्षण तहसीलदार अमृतलाल डामोर कर रहे है ओर अभियान तेजी से आगे बढ रहा है। नालो के अन्दर भरी मिट्टी को हटाने का कार्य मजदूरो के माध्यम से किया जाएगा।
मंगलवार को काकू मार्बल, चेचाणी मार्बल से होते मक्सन मार्बल तक पानी के बन्द नाले को खोलने की कार्यवाही की गई जो करीब 375 मीटर का है जिसे मार्बल विक्रेताओं ने पूरी तरह भराव कर दबा दिया था। यहां वषाऋतु में करीब चार फीट तक पानी भर जाता है। निकासी नही होने के कारण यह पानी झील में भी नही जा पाता है साथ ही पास में स्थित सार्थक मार्बल एवं ठाकुर मार्बल के समीप 150 मीटर नाले को भी खोलकर बडे नाले में मिलाया गया, जिससे मार्ग पर पानी एकत्रित नही हो एवं सीधा राजसमन्द झील की ओर बढे। सरकारी रिकार्ड के अनुसार इस क्षेत्र में 41 नाले स्थित है। जिन्हे खोलने का कार्य जिला कलक्टर आेंकार सिंह के निर्देशन में गठित कमेटी के सदस्यों की निगरानी में तीव्रगति से किया जा रहा है।
मंगलवार को भी बन्द नालो को खोलते हुए पानी का प्राकृतिक बहाव को बनाया गया तथा जिस जिस स्थान पर जो जो मार्बल प्रतिष्ठान स्थित उनके मालिको को अब इन खोले गए नालो में मलवा नही डालने की हिदायत देते हुए इन्हे पक्का बनाने के लिए प्रेरित किया जिससे यह नाले भविष्य में अवरूद्ध नही हो एवं समय समय पर इनकी सफाई की जा सके।
पसून्द में ही धोलीखान की ओर आने वाले नाले के पानी को अरिहन्त मार्बल से होते हुए अरवाली मार्बल के सामने से नाला बनाकर पानी को झील तक पहुचाने के लिए भी नाले खुदाया जाएगा। जिससे मार्बल फेक्ट्रियों में पानी नही भरे एवं वर्षा जल झील में आ सके।
अवरूद्ध नालों को खुलवाने का कार्य राजसमन्द तहसीलदार अमृतलाल डामोर ने करवाया तथा नालों के प्राकृतिक बहाव को बनाने का कार्य दु्रतगति से किया जा रहा है। जहां जहां नाले खोलने एवं पानी के प्राकृतिक बहाव को बनाने का काम चल रहा है वही आगे के पाईन्टो का भी निरीक्षण तहसीलदार अमृतलाल डामोर कर रहे है ओर अभियान तेजी से आगे बढ रहा है। नालो के अन्दर भरी मिट्टी को हटाने का कार्य मजदूरो के माध्यम से किया जाएगा।
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