राजसमन्द। गर्मी की छुट्टियां शुरू होते ही प्रदेश भर में शिक्षकों के प्रशिक्षण शुरू कर दिए हैं। दुरस्थ नियुक्ति वाले शिक्षक ये छुट्टियां अपने परिवार के साथ नहीं बिता पा रहे हैं। राजस्थान शिक्षक सघ राष्ट्रीय की जिला शाखा ने इस पर कडी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इन प्रशिक्षणाें पर अपना विरोध जताया है। शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रभुगिरी गोस्वामी ने कहा कि गर्मी की छुट्टियां शुरू होते ही नवाचार के नाम पर सर्व शिक्षा ने विभिन्न विषयाें के प्रशिक्षण शुरू कर दिए हैं। शिक्षकाें के ये प्रशिक्षण समाप्त होते ही जिले की डाईट द्वारा दस दिवसीय फिर एक अन्य प्रशिक्षण रख दिया है जिसमें शिक्षकाें की उपस्थिति अनिवार्य बताई है। गोस्वामी ने कहा कि ये प्रशिक्षण मात्र समय बर्बादी तथा उबाउपन के अलावा कुछ भी नहीं है। शिक्षक संघ के जिला संगठन मंत्री गिरिजा शंकर पालीवाल, जिला मंत्री रामचन्द्र पानेरी, प्रांतीय मंत्री निरंजन पालीवाल, प्रांतीय उपाध्यक्ष यशोदा दशोरा, घनश्याम माली, अशोक पालीवाल, शिवदास वैरागी, आदि ने इस सम्बन्ध में प्रदेश के शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल को पत्र लिख शिक्षकाें के समस्त प्रशिक्षण सत्रारंभ अथवा सत्रांत में रखे जाने की मांग की है ताकि शिक्षक अपने ये अवकाश परिवार के साथ बिता सके। इन्होने शिक्षा मंत्री को अवगत कराया कि कई बार शिक्षकाें को इन अवकाशाें में अपने आवास से काफी फासले से प्रशिक्षण लेने के लिए आना होता है इससे उन्हें काफी आर्थिक हानि होती है।
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