Tuesday, June 9, 2009

सरकार को भी ऐसे ही दर्द होता है...

राजसमन्द। राजसमंद झील आवक मार्ग सफाई अभियान के दौरान बातों से नहीं समझने वाले मार्बल व्यवसायियों को अतिरिक्त जिला कलक्टर टीकमचंद बोहरा ने उन्हीं के अंदाज में उदाहरण देकर अच्छी तरह समझा दिया।
वाकया मंगलवार दिन का है। अतिरिक्त जिला कलक्टर टी.सी. बोहरा राजसमंद झील आवक मार्ग सफाई अभियान के कार्यो का अवलोकन करने भगवानदा, सेवाली व पसूंद क्षेत्र में पहुंचे। इस दौरान मार्बल व्यवसायियों ने प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्य की सराहना की लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग से 75 फीट अंदर माल रखने की बंदिश पर नाखुशी जाहिर की। कुछ व्यवसायियों ने इस मुद्दे पर प्रशासनिक अधिकारियों से नोंक-झोंक भी की। अतिरिक्त जिला कलक्टर उस वक्त एक मार्बल व्यवसायी के प्रतिष्ठान पर खड़े हुए थे उन्होंने प्रतिष्ठान के बाहर रखी मार्बल थप्पियों में से एक मार्बल पाटिया नीचे गिराने का आदेश दिया। मार्बल पाटिया गिरते ही टूट गया। इसके बाद उन्होंने दूसरे पाटिए को गिराने का आदेश दिया जिस पर प्रतिष्ठान मालिक ने गिडगिडाते हुए पाटिया नीचे नहीं गिराने की विनती की। इस पर बोहरा ने कहा कि मार्बल पाटिया गिरने से तुम्हे जो दर्द हुआ है ऐसा ही सरकार को दर्द हो रहा है। बोहरा ने सभी व्यवसायियों से मार्बल पाटिये व अन्य सामग्री शीघ्र हटाने के लिए निर्देश दिए।
केवल नियम ही लागू होंगे : राजसमंद झील सफाई अभियान एवं राजमार्ग से 75 फीट परिधि के बाहर माल रखने की बंदिश के मामले में अतिरिक्त जिला कलक्टर कानून व नियमों के अनुसार चल रहे है। इस दौरान कई प्रतिष्ठित मार्बल व्यवसायी एवं राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की सिफारिश या अनुनय विनय को भी कोई तवजो नहीं दे रहे है। बोहरा ने एक ही तरीका अपना रखा है कि कानून क्या कहता है। कानून से परे वह किसी को भी तवजो नहीं दे रहे है।

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