Wednesday, June 10, 2009

व्यवसायियों को प्रताड़ित करने पर साधारण सभा में आक्रोश

राजसमन्द, 10 जून (प्रासं)। जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक के दौरान प्रशासन द्वारा राजसमंद झील सफाई अभियान के दौरान मार्बल व्यवसायियों को प्रताड़ित करने के मुद्दे पर जिला परिषद सदस्य ललित चोरड़िया एवं अन्य सदस्यों ने काफी आक्रोश जाहिर किया।
साधारण सभा शुरू होने पर चोरड़िया व अन्य सदस्यों ने राजसमंद झील सफाई अभियान एवं आवक मार्ग के नालों को खोलने के जिला प्रशासन के कदम को सराहनीय बताया लेकिन इसकी आड़ में मार्बल व्यवसायियों को प्रताड़ित किए जाने पर आक्रोश जाहिर किया। चोरड़िया व सदस्यों ने कहा कि झील सफाई अभियान में मार्बल व्यवसायी दिल से जुडे हुए है। वह भी चाहते है कि राजसमंद झील में पानी की आवक हो और वह नैसर्गिक पर्यावरण से ओतप्रोत हो लेकिन इसकी आड में प्रशासन व्यवसायियों को हेरेसमेंट कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने राजमार्ग के मध्य से 75 फीट की परिधि में माल नहीं रखने का विज्ञापन जारी कर व्यापारियों को समयावधि दी गई इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी तोड़फोड़ कर रहे है जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को राजमार्ग से 75 फीट की परिधि के बाद माल रखने के सम्बन्ध में दोहरा मापदण्ड नहीं रखे। राजमार्ग पर कई सरकारी विद्यालय एवं ग्राम पंचायत भंवन सड़क से मात्र पांच फीट की दूरी पर स्थित है। वहीं कई जगह राजमार्ग से पहाड़ियां सटी हुई है। प्रशासन को इनके प्रति भी सोचा जाना चाहिए। इसके अलावा पीपरड़ा क्षेत्र में राजमार्ग से कृषि भूमि सटी हुई है। चोरड़िया ने कहा कि झील में पानी की आवक के लिए वर्षो पूर्व बंद नाले जो खुलवाए जा रहे है उससे झील में एक प्रतिशत की आवक होगी। प्रशासन को इसके लिए भी प्रयास करना चाहिए कि नंदसमंद झील में 25 फीट पानी आते ही पानी खारी फीडर में छोड़ दिया जाए तो झील में पानी की आवक होगी।

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