राजसमन्द। जिले के देवगढ थानान्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग आठ पर कामलीघाट के समीप रिलायन्स पेट्रोल पम्प के बाहर रविवार रात्रि को अज्ञात लुटेरों ने ट्रोला चालक व सहचालक के साथ मारपीट कर 18 हजार की नगदी लूट ले गए।
ट्रोले का टायर पंचर होने के बाद टायर बदलते वक्त अंधेरे में सडक़ के किनारे झाडियों में छिपे नकाबपोश लुटेरों ने धावा बोल दिया। पुलिस में वारदात के दो दिन बाद भी मामला दर्जं नहीं हुआ है। देवगढ थानाधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक के अवकाश पर होने से पुलिसकर्मी वारदात होने से ही इन्कार कर रहे हैं जबकि वारदात की सूचना मिलने पर देवगढ थाने का जाब्ता घटना स्थल पर गया था।
मिली जानकारी के अनुसार ट्रोला चालक कानावास छापली निवासी नाहरसिंह पुत्र रामङ्क्षसह तथा सहचालक माल कमालिया कांकरोद निवासी रोड़सिंह पुत्र मोती सिंह किशनगढ मार्बल खाली कर केलवा लौट रहे थे तभी कामलीघाट के समीप रिलायन्स पेट्रोल पम्प के बाहर टायर पंचर हो जाने से ट्रोले को सडक़ किनारे खडा कर सहचालक रोडसिंह ट्रक के नीचे बैठकर टायर बदलने के लिए जेक लगा रहा था तभी सडक के किनारे झाडियों में छिपे बैठे सात-आठ नकाबपोश लुटेरों ने रोडसिंह को खींचकर बाहर निकाला और मारपीट कर उसकी जेब से 500 रुपए निकाल लिए। इससे पहले लुटेरों ने पत्थर वर्षा की जिससे चालक के चोटें आयी। सहचालक से रुपए लुटने के बाद लुटेरों ने उसे छोड चालक नाहरसिंह के साथ मारपीट करते उसे सडक के किनारे ले गए तथा जेब में रखा ट्रक भाडा 17500 लूट लिए। लुटेरे चालक के साथ मारपीट कर रहे थे उस दौरान सहचालक हाइवे से गुजर रहे वाहनो को रोकने का प्रयास कर रहा था। मगर मध्यरात्रि एवं सुनसान स्थान होने से किसी वाहन चालक ने वाहन नही रोका जिससे रोडसिंह पैदल ही करीब दो किमी दूर चलकर कामलीघाट चौकी पहुंचा। वहां मौजूद एकमात्र सिपाही ने भी सहचालक की बात को तव्वजों नहीं दी तो वो रॉयल्टी नाके पर पहुंचा और आपबीती सुनाई जिस पर कुछ नाका कर्मियों ने देवगढ थाने में सूचना दी जिस पर थाने का जाब्ता मौके पर पहुंचा। तब तक लुटेरे मौके से भाग छुटे थे।
इस दौरान लूट की वारदात होने की सूचना अन्य मार्बल परिवहन करने वाले ट्रक चालकों को लगी तो उन्होने हाइवे जाम कर दिया जिससे रात्रि को सडक के दोनो तरफ दो दो किमी तक वाहनो की कतारें लग गई। एक माह पूर्व भी इसी स्थान पर लुटेरों ने दो ग्रामीणों को बांधकर डाल दिया था तथा रुपए लूट ले गये थे।
ट्रोले का टायर पंचर होने के बाद टायर बदलते वक्त अंधेरे में सडक़ के किनारे झाडियों में छिपे नकाबपोश लुटेरों ने धावा बोल दिया। पुलिस में वारदात के दो दिन बाद भी मामला दर्जं नहीं हुआ है। देवगढ थानाधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक के अवकाश पर होने से पुलिसकर्मी वारदात होने से ही इन्कार कर रहे हैं जबकि वारदात की सूचना मिलने पर देवगढ थाने का जाब्ता घटना स्थल पर गया था।
मिली जानकारी के अनुसार ट्रोला चालक कानावास छापली निवासी नाहरसिंह पुत्र रामङ्क्षसह तथा सहचालक माल कमालिया कांकरोद निवासी रोड़सिंह पुत्र मोती सिंह किशनगढ मार्बल खाली कर केलवा लौट रहे थे तभी कामलीघाट के समीप रिलायन्स पेट्रोल पम्प के बाहर टायर पंचर हो जाने से ट्रोले को सडक़ किनारे खडा कर सहचालक रोडसिंह ट्रक के नीचे बैठकर टायर बदलने के लिए जेक लगा रहा था तभी सडक के किनारे झाडियों में छिपे बैठे सात-आठ नकाबपोश लुटेरों ने रोडसिंह को खींचकर बाहर निकाला और मारपीट कर उसकी जेब से 500 रुपए निकाल लिए। इससे पहले लुटेरों ने पत्थर वर्षा की जिससे चालक के चोटें आयी। सहचालक से रुपए लुटने के बाद लुटेरों ने उसे छोड चालक नाहरसिंह के साथ मारपीट करते उसे सडक के किनारे ले गए तथा जेब में रखा ट्रक भाडा 17500 लूट लिए। लुटेरे चालक के साथ मारपीट कर रहे थे उस दौरान सहचालक हाइवे से गुजर रहे वाहनो को रोकने का प्रयास कर रहा था। मगर मध्यरात्रि एवं सुनसान स्थान होने से किसी वाहन चालक ने वाहन नही रोका जिससे रोडसिंह पैदल ही करीब दो किमी दूर चलकर कामलीघाट चौकी पहुंचा। वहां मौजूद एकमात्र सिपाही ने भी सहचालक की बात को तव्वजों नहीं दी तो वो रॉयल्टी नाके पर पहुंचा और आपबीती सुनाई जिस पर कुछ नाका कर्मियों ने देवगढ थाने में सूचना दी जिस पर थाने का जाब्ता मौके पर पहुंचा। तब तक लुटेरे मौके से भाग छुटे थे।
इस दौरान लूट की वारदात होने की सूचना अन्य मार्बल परिवहन करने वाले ट्रक चालकों को लगी तो उन्होने हाइवे जाम कर दिया जिससे रात्रि को सडक के दोनो तरफ दो दो किमी तक वाहनो की कतारें लग गई। एक माह पूर्व भी इसी स्थान पर लुटेरों ने दो ग्रामीणों को बांधकर डाल दिया था तथा रुपए लूट ले गये थे।
No comments:
Post a Comment