Saturday, February 21, 2009

मौत और मालिक को कभी मत भूलो : मुनि तत्वरूचि

राजसमन्द। मुनि तत्वरूचि तरूण ने कहा कि आत्मा की पवित्रता के लिए मौत और मालिक को कभी मत भूलो। जो सदा मौत के दर्शन करता वह कभी गलत काम नहीं कर सकता। मौत असद् आचरण से बचने का सर्वोत्तम उपाय है। इसी प्रकार अनुचित करते वक्त मालिक याद रहे तो वह कभी वैसा कर नहीं पाएगा। उक्त विचार मुनि ने शनिवार को तेरापंथ भवन कांकरोली में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा कि जीवन में आदमी मौत और मालिक इन दो को तो याद रखे और दो बातो को भूल जाए वे यह है कि किसी ने हमारा बुरा किया हो तथा हमने किसी का भला किया हो तो दीमाग पर उसका भार न रखे। क्योंकि इससे तनाव पैदा होता है। मुनि ने कहा तनाव मुक्त शांति पूर्ण जीवन जीएं यह अमोघ मंत्र है। इस अवसर पर मुनि भवभूति, मुनि कोमल कुमार तथा मुनि विकास कुमार ने भी विचार व्यक्त किए।
कवि सम्मेलन आज : मुनि तत्वरूचि तरूण के सान्निध्य में रविवार 22 फरवरी रात्रि को तेरापंथ भवन कांकरोली मे कवि सम्मेलन आयोजित होगा। तेरापंथ सभा अध्यक्ष महेन्द्र कुमार कोठारी ने बताया कि कवि सम्मेलन में अनेक कवि भाग लेंगे तथा संतजन भी अपनी कविताएं प्रस्तुत करेंगे।

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