राजसमन्द। जिले के कुम्भलगढ़ उपखण्ड क्षेत्र के आयत्री गांव में चिकनपोक्स एवं वायरल बीमारी से एक ही परिवार के दो बच्चे सहित तीन जनों की मृत्यु हो गई। वहीं उसी परिवार में चिकनपॉक्स एवं वायरल बीमारी से करीब पांच लोग ग्रसित है। बीमारी के सम्बन्ध में सोमवार को जानकारी होने पर स्थानीय प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक हजारीलाल ने खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सूचना दी।
सूचना के अनुसार आयत्री निवासी उदयलाल के घर में शनिवार को चिकनपॉक्स एवं वायरल बीमारी के प्रकोप के चलते कक्षा दूसरी में अध्ययनरत टेकाराम की मृत्यु हो गई। जबकि कक्षा चार में अध्ययनरत उदयलाल की बेटी निर्मला की इसी बीमारी से दस दिन पूर्व मृत्यु हो गई थी। इसी परिवार से जुडी श्रीमती मूली देवी का भी गत सप्ताह वायरल बीमारी प्रकोप के चलते मृत्यु हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि चिकनपॉक्स एवं वायरल बीमारी से उदयलाल के परिवार के करीब पांच लोग ग्रसित है जिनमें उदयलाल की पत्नी, बेटा डलाराम भी है।
एक के गम से उबरा नहीं दूसरा तैयार : आहत परिवार के उदयलाल को मात्र दस दिनों में बेटा व बेटी के बिछड़ने का गम सहा नहीं जा रहा है। उदयलाल के अनुसार माताजी के प्रकोप से अमूमन मृत्यु नहीं होती और कुछ दिनों बाद ही ठीक हो जाते है यही सोचकर वह बेटा व बेटी का उपचार करवा रहा था। लेकिन पहले निर्मला और उसके बाद टेकाराम की मृत्यु ने बड़ा सदमा दिया। इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने पर चिकित्सकों का दल आयत्री भिजवाया गया है। उन्होंने कहा कि चिकनपॉक्स अस्थाई बीमारी है तथा संभव नहीं कि इससे मृत्यु हुई हो फिर भी चिकित्सकों की रिपोर्ट आने पर वास्तविक स्थिति की जानकारी हो सकेगी।
सूचना के अनुसार आयत्री निवासी उदयलाल के घर में शनिवार को चिकनपॉक्स एवं वायरल बीमारी के प्रकोप के चलते कक्षा दूसरी में अध्ययनरत टेकाराम की मृत्यु हो गई। जबकि कक्षा चार में अध्ययनरत उदयलाल की बेटी निर्मला की इसी बीमारी से दस दिन पूर्व मृत्यु हो गई थी। इसी परिवार से जुडी श्रीमती मूली देवी का भी गत सप्ताह वायरल बीमारी प्रकोप के चलते मृत्यु हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि चिकनपॉक्स एवं वायरल बीमारी से उदयलाल के परिवार के करीब पांच लोग ग्रसित है जिनमें उदयलाल की पत्नी, बेटा डलाराम भी है।
एक के गम से उबरा नहीं दूसरा तैयार : आहत परिवार के उदयलाल को मात्र दस दिनों में बेटा व बेटी के बिछड़ने का गम सहा नहीं जा रहा है। उदयलाल के अनुसार माताजी के प्रकोप से अमूमन मृत्यु नहीं होती और कुछ दिनों बाद ही ठीक हो जाते है यही सोचकर वह बेटा व बेटी का उपचार करवा रहा था। लेकिन पहले निर्मला और उसके बाद टेकाराम की मृत्यु ने बड़ा सदमा दिया। इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने पर चिकित्सकों का दल आयत्री भिजवाया गया है। उन्होंने कहा कि चिकनपॉक्स अस्थाई बीमारी है तथा संभव नहीं कि इससे मृत्यु हुई हो फिर भी चिकित्सकों की रिपोर्ट आने पर वास्तविक स्थिति की जानकारी हो सकेगी।
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