Sunday, June 7, 2009

आर्ट ऑफ लिविंग कार्यशाला का समापन

राजसमन्द। द आर्ट ऑफ लिविंग के बेसिक कोर्स की छह दिवसीय कार्यशाला का समापन रविवार को तुलसी साधना शिखर पर हुआ। इसमें 60 पुरूष व महिला प्रतिभागियाें ने भाग लिया। संस्था के मीडिया प्रवक्ता कुशलेन्द्र दाधीच ने बताया कि कार्यशाला में आर्ट ऑफ लिविंगके प्रशिक्षक प्रवीण भैया के सान्निध्य में प्रतिभागियों ने दैनिक जीवन में तनाव को कम करने तथा मन की शांति के लिए सुदर्शन क्रिया, योग ध्यान, प्राणायाम व सफल जीवन के सूत्रों का प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यशाला के दौरान काफी उत्साह देखा गया। समापन के अवसर पर सभी प्रतिभागियाें ने बेहतर कार्य करने का संकल्प लिया तथा कहा कि व्यक्तित्व के विकास के लिए यह कोर्स अत्यन्त आवश्यक है।
शिविरार्थी अतिरिक्त जिला कलक्टर टीसी बोहरा ने कहा कि जीवन में अपने विचाराें, कार्यों और व्यवहार में सकारात्मक बदलाव एवं शुध्दि लाने का तरीका आर्ट ऑफ लिविंग में सीखलाया जाता है जिससे भीतरी आनंद में वृध्दि होती है। वैचारिक एवं शारीरिक शुध्दि से जीवन में शांति एवं सुकून बढ जाता है।
शिविरार्थी अध्यापिका गायत्री दाधीच ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग का यह कोर्स अति उत्तम है, इससे व्यक्ति का दृष्टिकोण सकारात्मक बनता, साथ ही वह जीवन को ईश्वरीय वरदान मानते हुए मानव कल्याण को ध्येय बनाकर स्वान्त: सुखाय, सर्वजन हिताय के लिए तत्पर हो जाता है।
आगामी बेसिक कोर्स नौ से : आर्ट ऑफ लिविंग के बेसिक कोर्स की छह दिवसीय कार्यशाला नौ जून मंगलवार से तुलसी साधना शिखर में शुरू होगी। शिविर का समय प्रात: छह से नौ बजे तक रहेगा।

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