Sunday, February 15, 2009

आपसी दरार और तकरार का कारण है अहंकार

राजसमन्द। मुनि तत्वरूचि तरूण ने कहा कि अहंकार से एक दूसरे के बीच पडती है दरार और बढती है तकरार। अत: सम्बन्धों की समरसता के लिए जरूरी है अहं विलय पर विचार। यह विचार मुनि ने रविवार को कांकरोली स्थित तेरापंथ भवन में सम्बन्धो की समरसता में माधुर्य का महत्व विषय पर प्रवचन करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा अहंकार के कारण आदमी छोटी-छोटी बातो को लेकर अपनो में भी तकरार कर लेता है। रिश्तों के दरकने और परिवार के टूटने का बडा कारण है अहंकार। प्रवचन के प्रारंभ में मुनि भवभूति, मुनि कोमल व मुनि विकास ने भी विचार व्यक्त किए।
आध्यात्मिक अन्त्याक्षरी प्रतियोगिता : तेरापंथ भवन कांकरोली मे शनिवार रात्रि को मुनि तत्वरूचि के सान्निध्य मेें आध्यात्मिक अन्त्याक्षरी प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें महिला वग्र विजयी रहा। प्रतियेागिता में तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सोनी, सुशील कुार बडाला, भूरालाल बेताला, मोहनलाल धोका, महेन्द्र कुमार गेलडा, तेरापंथ महिला मंडल मंत्री श्रीमती नीता सोनी, श्रीमती लीला बडाला, शीतल, प्रज्ञा, दीपिका जैन आदि ने भाग लिया।
धोइन्दा में संतो का प्रवेश : मुनि तत्वरूचि तरूण का अपने सहवर्ती संत मुनि कोमल कुार व मुनि विकास कुमार के साथ रविवार को प्रात: धोइन्दा क्षेत्र में प्रवेश हुआ। संतो का तेरापंथ सभा के अध्यक्ष भेरूलाल लोढा, बापूलाल कच्छारा, सोहनलाल कच्छारा, राजेन्द्र कुमार कच्छारा, सुशील कुमार बडाला आदि ने स्वागत किया।

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