राजसमन्द। प्रदेश भर में शिक्षकों की कमी के चलते राजसमन्द में भी सामान्य शिक्षक से लेकर शिक्षा अधिकारिया सहित कई पद काफी लम्बे समय से रिक्त चले आ रहे हैं। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की जिला शाखा ने इस पर रोष व्यक्त करते हुए शिक्षा मंत्री से पदों को भरे जाने की मांग की है। जिलाध्यक्ष प्रभुगिरी गोस्वामी ने कहा कि जिले के प्राथमिक विद्यालय से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर तक के विद्यालय शिक्षकों की कमी की मार जेल रहे हैं। माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विषयाध्यापकों की नितान्त कमी बनी हुई है। कुछ हद तक कमी की पूर्ति करने के लिए विद्यार्थी मित्र लगाए गए हैं लेकिन फिर भी पूर्ति नहीं हो पाई है। उन्होने कहा कि विद्यार्थी मित्र समस्या का कोई ठोस हल नहीं है जब तक विद्यालयों में स्थायी रूप से शिक्षक नहीं लगाए जाएंगे तब तक अनुकूल परिणाम सामने नहीं आएंगे। छात्रो की मानसिकता से पूर्णकलीन शिक्षक तथा विद्यार्थी मित्र के लेकर जो अन्तर है उसे शिक्षकों की पूर्णकालीन नियुक्तियों से ही मिटाया जा सकता है। गोस्वामी ने कहा कि जिले में विगत महीनों लगभग अस्सी विद्यालयों को क्रमोन्नत कर माध्यमिक स्तर तक का दर्जा दिया है लेकिन बजट के अभाव में वहां एक भी माध्यमिक स्तर तक का शिक्षक नहीं है तथा कक्षाएं माध्यमिक की लग रही है। जिले में ऐसे उच्च माध्यमिक विद्यालय भी कई हैं जहां अभी तक मिडिल स्तर तक के सामान्य शिक्षक ही उच्च माध्यमिक स्तर तक की कक्षाएं पढा रहे है। शिक्षक संघ के प्रांतीय मंत्री निरंजन पालीवाल, जिला मंत्री रामचंद्र पानेरी, जिला संगठन मंत्री गिरिजाशंकर पालीवाल आदि ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल को इस सम्बन्ध में ज्ञापन सौंप कर शिक्षकों के रिक्त पदों को भरे जाने की मांग की है।
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