Tuesday, March 3, 2009

नारी किसी भी दृष्टि से कमजोर नहीं

राजसमन्द। तेरापंथ महिला मंडल की साप्ताहिक संगोष्ठी मंगलवार को भिक्षु बोधि स्थल राजसमन्द में महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती लाड मेहता की अध्यक्षता में हुई। अध्यक्ष लाड मेहता ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ की दृष्टि से नारी और पुरूष अलग - अलग नहीं हैं। कोई भी पुरूष ऐसा नहीं है जिसमें नारी तत्व नहीं और कोई भी नारी ऐसी नहीं है जिसमें पुरूष तत्व न हो। प्रकृति ने भी ऐसी व्यवस्था की है कि हमारे शरीर में नारी और पुरूष दोनो के अंश विद्यमान है। नारी तत्व ज्यादा है तो सम्पूर्ण नारी है व पुरूष तत्व ज्यादा है तो वह सम्पूर्ण पुरूष है। उन्होने कहा नारी किसी भी दृष्टि से पुरूष से कमजोर नहीं है। पहले अध्यापिका, क्लर्क, स्टेनो, डॉक्टर और नर्स तक ही उसकी सीमा थी। आज नारी सुरक्षा बलों में व सैना में भी कार्यरत है।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष नीना कावडिया, सज्जन देवी सहलोत, पानी देवी बडोला, देवबाला चपलोत, मन्जू कावडिया, आशा मादरेचा, मीना नवलखा, मंत्री सीमा धोका, सहमंत्री ललिता चपलोत ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन मंत्री सीमा धोका ने किया।
महिला मंडल अध्यक्ष व संस्था मीडिया प्रभारी लाड मेहता ने बताया कि साध्वी लक्ष्मी कुमारी, साध्वी सज्जन, साध्वी नियति प्रभा बुधवार 4 मार्च को सौ फीट से विहार कर प्रात: नौ बजे भिक्षु बोधि स्थल पहुंचेंगी।

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