राजसमन्द। प्रदेश भर के सर्व शिक्षा द्वारा आयोजित सेवारत शिक्षकों के प्रशिक्षण ग्रीष्मकालीन अवकाशों तथा अन्य अवकाशों में आयोजित किए जाते हैं राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की जिला शाखा ने इस पर अपनी आपत्ति जताते हुए विरोध किया है। शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रभुगिरि गोस्वामी ने कहा कि वर्ष भर में ग्रीष्मकालीन अवकाश ही ऐसे है जिनका शिक्षकों को बेसब्री से इंतजार रहता है वे अपने परिवार जनों, इष्ट मित्रों आदि के साथ बाहर जाते या फिर संबंधियों के साथ अपनी छुट्टियांं बिताने की अपेक्षा करते है लेकिन प्रशिक्षणों की ऐसी पाबन्दी रहती है कि वे नहंी चाहते हुए भी अपनी काफी पूर्व बनाई योजना को रद्द करते है। वे शिक्षक जिनकी नियुक्तियांं अपने मूल आवास से काफी फासले पर है वे केवल लम्बे अवकाशों में ही अपने माता-पिता या परिवार के पास जा पाते हैं लेकिन एनवक्त पर दस या बारह दिनों के लम्बे प्रशिक्षण आ जाने से उन्हें मायूसी हाथ लगती है। शिक्षक संघ के जिला संगठन मंत्री गिरिजा शंकर पालीवाल, जिला मंत्री रामचन्द्र पानेरी, प्रांतीय उपाध्यक्ष यशोदा दशोरा तथा प्रांतीय मंत्री निरंजन पालीवाल आदि ने कहा है कि प्रशिक्षण अवकशों में आयोजित नहीं कर सत्रांत से एक माह पूर्व अथवा जुलाई में आयोजित किए जाए ताकि अध्यापन तथा अवकाशों पर उसका प्रतिकुल असर नहीं पडे। शिक्षक संघ के घनश्याम माली, अशोक पालीवाल, हेमसिंह, राजेन्द्र शर्मा, मोतीलाल पालीवाल, नाथूसिंह, शंकरलाल जाट आदि ने आयुक्त सर्वशिक्षा को पत्र भेजकर शिक्षकों के ये प्रशिक्षण अवकाशों में नहीं रख कर कार्य दिवसों में आयोजित करने की मांग की है।
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