राजसमन्द। साध्वी चारित्र प्रभा ने कहा कि कुछ लोग संसारी होकर ईश्वर भक्ति करने वालो को कमजोर लोगो का कर्म मानते हैं, परन्तु ईश्वर भक्ति हिम्मत का काम है। उक्त विचार साध्वी चारित्रप्रभा ने मंगलवार को महावीर भवन कांकरोली में पर्युषण के दूसरे दिन धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होन कहा भक्ति बुध्दि का नहीं ह्दय का विषय है। भक्त लोग अपनी बुध्दि को विश्राम देना जानते हैं। सांसरिक लोगाें की बुध्दि जब भर जाती है तो उसे पागलपन करार दिया जाता है। साध्वी आभाश्री ने भजन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर संघ वर्ध्दमान महावीर स्थानकवासी जेन श्रावक संघ अध्यक्ष गणेशलाल पगारिया, रोशनलाल पगारिया, संतोष बाबेल, अर्जुनलाल बोल्या, शांतिलाल बाबेल, नाथूलाल बोल्या, महिला मंडल, बहु मंडल तथा जैनम सदस्य सहित आसपास के सैकडो श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थी।
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