राजसमन्द। जैन धर्म का प्रमुख पर्व पर्युषण पर्व संयम दिवस के साथ मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में भिक्षु बोधि स्थल में प्रारंभ हुआ। धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए मुनि सुरेश कुमार ने कहा कि दुनिया में तमाम त्यौहाराें में पर्युषण पर्व अलौकिक है। पर्युषण पर्व की आहत होते ही जेन श्रावक की जीवन शैली की तरफ मूड जाती है। मुनि सम्बोध कुमार ने भगवान महावीर जीवन दर्शन पर विचार व्यक्त किए।
श्रावक समाज ने लिए कई संकल्प : धर्मसभा में मुनि सुरेश के आह्वान पर श्रावक समाज ने प्रतिदिन सामायिक, मौन, स्वाध्याय, द्रव्य सीमा जमीकन्द एवं सचित्व, ब्रह्मचर्य, तप व ध्यान, रात्रि भोजन, टीवी फिल्म देखने व ताश खेलने के पर्युषण पर्व तक संकल्प लिए।
अखण्ड नमस्कार महामंत्र अनुष्ठान प्रारंभ : भिक्षु बोधि स्थल में पर्युषण पर्व के पहले दिन श्रावक-श्राविकाआें में अलग अलग अखण्ड नमस्कार महामंत्र अनुष्ठान का प्रारंभ हुआ। अनुष्ठान 23 अगस्त को सम्पन्न होगा।
स्वाध्याय दिवस आज : पर्युषण पर्व का दूसरा दिन मंगलवार को स्वाध्याय दिवस के रूप में मनाया जाएगा वहीं रात्रिकालीन कार्यक्रमाें की कडी में डम चेराड प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
श्रावक समाज ने लिए कई संकल्प : धर्मसभा में मुनि सुरेश के आह्वान पर श्रावक समाज ने प्रतिदिन सामायिक, मौन, स्वाध्याय, द्रव्य सीमा जमीकन्द एवं सचित्व, ब्रह्मचर्य, तप व ध्यान, रात्रि भोजन, टीवी फिल्म देखने व ताश खेलने के पर्युषण पर्व तक संकल्प लिए।
अखण्ड नमस्कार महामंत्र अनुष्ठान प्रारंभ : भिक्षु बोधि स्थल में पर्युषण पर्व के पहले दिन श्रावक-श्राविकाआें में अलग अलग अखण्ड नमस्कार महामंत्र अनुष्ठान का प्रारंभ हुआ। अनुष्ठान 23 अगस्त को सम्पन्न होगा।
स्वाध्याय दिवस आज : पर्युषण पर्व का दूसरा दिन मंगलवार को स्वाध्याय दिवस के रूप में मनाया जाएगा वहीं रात्रिकालीन कार्यक्रमाें की कडी में डम चेराड प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
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