Friday, August 21, 2009

उपखण्ड अघिकारी ने चिकित्साकर्मी पर हाथ उठाया

राजसमंद। देवगढ उपखंड अघिकारी ने सुबह निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी अधिकारी पर कथित रूप से हाथ उठाया और दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का गिरेबान पकड लिए। इस बात पर गुस्साए सारे चिकित्साकर्मी हडताल पर उतर आए। ग्रामीणों व चिकित्साकर्मियों ने नगर के बाजार बंद करवा दिए और उपखंड अघिकारी के वाहन घेरने का प्रयास किया। इस मामले को लेकर दिन भर बाजार बंद रहे और शाम को दोनों पक्षों में समझौता होने के बाद चिकित्साकर्मी काम पर लौट आए। उपखण्ड अघिकारी के खिलाफ तीन दिन में कार्रवाई करने के जिला प्रशासन, चिकित्साकर्मियों व जनता के बीच निर्णय के बाद शाम करीब सवा छह बजे चिकित्सालय में कामकाज बहाल हुआ।
समझौते के दौरान इस बात को आधार बनाया गया कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो तीन दिन बाद पुन: धरना-प्रदर्शन व बंद किया जाएगा। समझौता वार्ता के बाद जीएनएम जशोदा, सफाईकर्मी नवीनकुमार व महेशकुमार की ओर से उपखण्ड अघिकारी के खिलाफ जातिगत गाली-गलौज, धक्कामुक्की, मारपीट करने व गिरेबान पकडने का मामला दर्ज करवाया गया है।
सार्वजनिक तौर पर हुए समझौते के दौरान भीम के उपखंड अघिकारी डॉ. राजेश भारद्वाज, मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अघिकारी डॉ. बी.एल. सिरोया, अतिरिक्त जिला कलक्टर टीसी. बोहरा आदि मौजूद थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कि उपखंड अघिकारी शैलेन्द्र देवडा सुबह करीब ग्यारह बजे निरीक्षण के लिए चिकित्सालय पहुंचे। वार्ड संख्या तीन के मुआयने के दौरान एक शय्या पर चादर नहीं होने पर उन्होंने चिकित्सा अघिकारी डॉ. सीपी जैन को मौके पर बुलवाया और डांटना शुरू कर दिया। आरोप है कि सफाई देने पर देवडा ने डॉ. जैन पर हाथ उठाया। इस पर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई।
चिकित्साकर्मियों का यह भी आरोप है कि इस दौरान देवडा ने चादर बिछाने पहुंचे दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के गिरेबान पकड लिए। घटना से क्षुब्ध चिकित्साकर्मियों का पूरा स्टाफ हडताल पर उतर गया व मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गया। वहीं आक्रोशित भीड ने प्रशासन विरोधी नारे लगाते हुए धक्कामुक्की की। गुस्साए ग्रामीणों ने एक बैठक में हिस्सा लेने पहुंची संभागीय आयुक्त अपर्णा अरोडा की गाडी का पीछा किया, लेकिन थानाघिकारी लीलाधर मालवीय और दोनों गाडियों के चालकों ने तत्परता दिखाते हुए वाहनों को भीड से दूर पहुंचाया।
मौके पर पहुंचे अफसरघटना की सूचना मिलने पर अतिरिक्त जिला कलक्टर टीसी बोहरा मौके पर पहुंचे। उन्होंने वार्ड में भर्ती रोगियों से घटना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वहां एकत्र भीड और चिकित्साकर्मियों को समझाने का प्रयास किया और अपनी ओर से माफी मांगी, लेकिन भीड उपखंड अघिकारी को मौके पर बुलाने व सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की बात पर अडी रही।
बाजार बंद करवाएकोई बात नहीं बनती देख आक्रोशित भीड ने बाजार बंद करवाना व चौराहों पर टायर जलाना आरंभ कर दिया। घटना के विरोध में भाजपा नगर अध्यक्ष अजय सोनी, बजरंगदल के दिनेश शर्मा, रमेश सोनी, दिनेश वैष्णव आदि ने मुख्य बाजार में घूम-घूम कर दवाइयों सहित अन्य दुकानें बंद करवाईं। घटना के विरोध में आयुर्वेद चिकित्सालयकर्मी भी हडताल पर उतर आए।
अघिकारी की गाडी पर चढी भीड गुस्साई भीड मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अघिकारी की गाडी पर चढ गई और तोडफोड शुरू कर दी।
पोस्टमार्टम के लिए मना कियाभीम। हडताल के बीच देवगढ में एक 19 वर्षीय युवती का शव लेकर परिजन पहुंचे तो चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम के लिए मना कर दिया। इस पर परिजन शव को लेकर भीम आए, लेकिन यहां के डॉक्टरों ने भी घटना के विरोध में पोस्टमार्टम नहीं किया। करीब चार घंटे बाद भीम के चिकित्सकों ने देवगढ में चिकित्सकों से बात कर पोस्टमार्टम किया।
रोगी गए घरइस बीच चिकित्सालय में भर्ती कई रोगी अपने घर अथवा अन्य चिकित्सालय के लिए रवाना हो गए। उल्लेखनीय है कि भर्ती होने वालों में दो-तीन प्रसव केस भी थे।
इनका कहना हैमैंने अतिरिक्त जिला कलक्टर को घटना के बारे में जानकारी दे दी है।-शैलेंद्र देवडा, उपखंड अघिकारी, भीम
थोडी बहुत समस्या हो गई थी, लेकिन अब सबकुछ ठीक है। मेरा घेराव नहीं हुआ, एक जुलूस के कुछ लोग मुझे ज्ञापन देने आ रहे थे, उनका इस मामले से संबंध नहीं है।-अपर्णा अरोडा, संभागीय आयुक्त

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