राजसमन्द। भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राजसमन्द विधायक श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा कि आज देश तीन नैसर्गिक आपदाओ का सामना कर रहा है, महंगाई,सूखा एवं स्वाईन फ्लू में जन सामान्य की कमर तोड रख दी है। कांग्रेस समस्याआें की अनदेखी करने की उसकी सनातन परम्परा पर ही चल रही है। असंवेदनशीलता, अनिर्णय एवं अकर्मण्यता की कांग्रेसी कार्यशैली के कारण सरकार जनता को किंचित भी राहत देने का प्रयास नहीं कर रही है। विधायक किरण भाजपा द्वारा महंगाई पर विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रही थी। किरण ने कहा कि आज देश सरकार से महंगाई, सूखा एवं सुअर संक्रमित वर से राहत के लिए प्रभावी उपायाें की अपेक्षा करती है। सरकार यदि कोई ठोस कार्यवाही करना चाहती है तो भाजपा सहयोग और समर्थन देने के लिए तेयार है।
किरण ने मूल्य वृध्दि को अप्रत्याशित और अभूतपूर्व बताया है। अत्याधिक मूल्य वृध्दि भारतीय अर्थ व्यवस्था का अभिशाप बन गई है। किन्तु उस पर नियंत्रण करने के स्थान पर उचित ठहराने का प्रयास हास्यास्पद लगता है। गांव, गरीब, किसान और झोपडी में रहने वाले बेतहाशा मूल्य वृध्दि से बेहाल है। वहीं एक छोटा वर्ग मालामाल हो रहा है।
विधायक ने आरोप लगाया कि सरकार पहले महंगाई बढने से इंकार करती रही और इसे अस्थायी बता रही थी। यद्यपि सरकार को दालों और चीनी की कमी का पूर्ण ज्ञान था फिर भी इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने आयात के लिए कुछ भी नहीं किया। यहां तक कि आज भी सरकार के पास चावल की कमी से निपटने की कोई योजना नहीं है।
किरण ने सूखे पर सरकार में भ्रम की स्थिति में होने का आरोप लगाया। दो वरिष्ठ मंत्री स्थिति को बिलकुल विपरीत बता रहे हैं। विज्ञान और तकनीक मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण जहां सूखे की घोषणा कर रहे है तो शरद पवार इससे इंकार कर रहे हैं। यह भ्रम सूखे के संकट से निपटने के सरकार के समय को नष्ट कर रहा है।
उन्होने 15 अगस्त पर राय में व्याप्त सूखे, उर्जा और मूल्य वृध्दि के संकट पर कोई ठोस योजना नहीं रखने पर मुख्यमंत्री की कडी आलोचना की। बिजली कटोती के कारण छोटे उद्योगों में उत्पादन बंद पडा है। पूरे राय में पेयजल के भीषण संकट की संभावना बन गई है।
किरण ने सरकार से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत समस्त कार्डधारियाें को 30 रुपए प्रति किलो की दर से 5 किलोग्राम दाल तथा 15 रुपए प्रति किलो की दर से पांच किलो चीनी की आपूर्ति, सूखाग्रस्त क्षेत्राें के लिए राहत एवं सिंचाई के लिए पर्याप्त धन उपलब्धता, आवश्यक क्षेत्रों में पीने के पानी, चारा, रोजगार देने के लिए राय और केन्द्र सरकार बडे पैमाने पर योजना बनाएं तथा राय सरकार लोगाें को स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए सभी संभव मदद करने की मांग की है।
किरण ने मूल्य वृध्दि को अप्रत्याशित और अभूतपूर्व बताया है। अत्याधिक मूल्य वृध्दि भारतीय अर्थ व्यवस्था का अभिशाप बन गई है। किन्तु उस पर नियंत्रण करने के स्थान पर उचित ठहराने का प्रयास हास्यास्पद लगता है। गांव, गरीब, किसान और झोपडी में रहने वाले बेतहाशा मूल्य वृध्दि से बेहाल है। वहीं एक छोटा वर्ग मालामाल हो रहा है।
विधायक ने आरोप लगाया कि सरकार पहले महंगाई बढने से इंकार करती रही और इसे अस्थायी बता रही थी। यद्यपि सरकार को दालों और चीनी की कमी का पूर्ण ज्ञान था फिर भी इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने आयात के लिए कुछ भी नहीं किया। यहां तक कि आज भी सरकार के पास चावल की कमी से निपटने की कोई योजना नहीं है।
किरण ने सूखे पर सरकार में भ्रम की स्थिति में होने का आरोप लगाया। दो वरिष्ठ मंत्री स्थिति को बिलकुल विपरीत बता रहे हैं। विज्ञान और तकनीक मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण जहां सूखे की घोषणा कर रहे है तो शरद पवार इससे इंकार कर रहे हैं। यह भ्रम सूखे के संकट से निपटने के सरकार के समय को नष्ट कर रहा है।
उन्होने 15 अगस्त पर राय में व्याप्त सूखे, उर्जा और मूल्य वृध्दि के संकट पर कोई ठोस योजना नहीं रखने पर मुख्यमंत्री की कडी आलोचना की। बिजली कटोती के कारण छोटे उद्योगों में उत्पादन बंद पडा है। पूरे राय में पेयजल के भीषण संकट की संभावना बन गई है।
किरण ने सरकार से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत समस्त कार्डधारियाें को 30 रुपए प्रति किलो की दर से 5 किलोग्राम दाल तथा 15 रुपए प्रति किलो की दर से पांच किलो चीनी की आपूर्ति, सूखाग्रस्त क्षेत्राें के लिए राहत एवं सिंचाई के लिए पर्याप्त धन उपलब्धता, आवश्यक क्षेत्रों में पीने के पानी, चारा, रोजगार देने के लिए राय और केन्द्र सरकार बडे पैमाने पर योजना बनाएं तथा राय सरकार लोगाें को स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए सभी संभव मदद करने की मांग की है।
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