Monday, August 24, 2009

कवियों ने वीर रस में डुबोया

राजसमंद। गणेश महोत्सव के अवसर पर शनिवार रात स्थानीय अरविंद स्टेडियम में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन हुआ। मुख्य अतिथि राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी थीं। प्रथम कवि के रूप में कवि अजात शत्रु ने राज्य के गौरवमयी इतिहास का वर्णन करते हुए हल्दीघाटी राजस्थान, मेवाडी परिपाटी राजस्थान... प्रस्तुत कर कवि सम्मेलन को प्रारंभ से ही ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
रतलाम से आए वरिष्ठ हास्य कवि पुरूलाल बादल ने रंग जमाते हुए अपनी कद-काठी पर व्यंग्य करते हुए श्रोताओं को खूब हंसाया। मालवा के माइकल जेक्सन की कविता को श्रोताओं ने खूब सराहा। चित्तौडगढ के शंकर सुखवाल ने वीर रस की कविता सुनाते हुए सभी को वीर रस में डुबो दिया। उन्होंने वंदे मातरम् व राम सेतु पर सरस रचना प्रस्तुत की। हास्य कवि सुनील जी सुनील ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को ओतप्रोत कर दिया।
नीमच से आई प्रेरणा ने निरा कार गीत पर कविता प्रस्तुत की। सवाई माधोपुर से आए ताऊ शेखावटी ने श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा। मोनिका ने गजल की चादर बिछाकर माहौल खुशनुमा बना दिया। वरिष्ठ कवि पैरोडी सम्राट व गीतकार पंडित विश्वेश्वर शर्मा ने काव्य निशा के मंदिर पर कलश रखा। कवि सम्मेलन की शुरूआत भुज (गुजरात) से आई कवियेत्री मोनिका हठीला ने मां शारदे की वंदना नमामी मात शारदे, प्यार दे दुलार दे... से किया। इससे पहले नगर पालिका आयुक्त नारायणसिंह सांदू और अशोक रांका आदि ने कवियों का स्वागत किया।

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