राजसमंद। श्वेताम्बर जैन समाज के बारह व तेरह पंथी संप्रदाय ने सोमवार को संवत्सरी पर्व मनाया। वहीं दिगम्बर जैन समाज के पर्युषण भी सोमवार से शुरू हुए। मंगलवार को क्षमापना पर्व मनाया जाएगा। संवत्सरी पर जैन धर्मावलम्बियों ने प्रतिष्ठान बन्द रखे और उपवास किए। वहीं सामायिक व प्रतिक्रमण कर सभा भवनों, उपाश्रयों व स्थानकों में मुनियों व साघ्वियों के प्रवचन सुने। मंगलवार को क्षमायाचना पर्व मनाया जाएगा। धानींन स्थित सम्बोघि उपवन में धर्मसभा में ध्यानयोगी मुनि शुभकरण ने कहा कि संवत्सरी जीवन निर्माण का पर्व है। यह आत्मशुद्धि की प्रेरणा देने वाला है। यह पर्व अंतर्अात्मा में देखने की बात कहता है। इस अवसर पर मुनि ने तीर्थकर महावीर के जीवन वृत्त पर विस्तृत जानकारी दी। मुनि सिद्धार्थ कुमार ने गीतिका प्रस्तुत की।
सम्यक दर्शन को मजबूती देने वाला पर्वभिक्षु बोघिस्थल, राजनगर में मुनि सुरेशकुमार ने कहा कि संवत्सरी सम्यक दर्शन को मजबूूती देने का अलौकिक पर्व है। मुनि सम्बोध कुमार ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में तपस्वियों का तप अभिनन्दन किया गया। संस्था के प्रचार मंत्री राजकुमार दक ने बताया कि मंगलवार को बोघिस्थल में कांकरोली व राजनगर के साथ ही समीपवर्ती गांवों के श्रावक-श्राविकाएं सुबह 9 बजे अनजाने में हुई भूलों के लिए क्षमा याचना करेंगे।
संवत्सरी मैत्री पर्व महावीर भवन, कांकरोली में साध्वी चारित्रप्रभा ने कहा कि संवत्सरी मैत्री का पर्व है। यह जैन धर्म तक ही सीमित नहीं रहकर मानव मात्र का पर्व बन जाए तो उपयोगी सिद्ध होगा। इस अवसर पर बालिका मण्डल की ओर से सामूहिक नाटक का मंचन किया गया। श्रीसंघ, महिला मण्डल व बहू मण्डल ने सभी तपस्वियों का अभिनंदन किया। कार्यक्रम में पर्व के तहत हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
तेरापंथ सभा भवन, कांकरोली में साध्वी सोमलता ने कहा कि जैन धर्म में संवत्सरी सभी पर्वो का सरताज है। यह अष्टगुणों को ध्यान में रख आठ दिन तक मनाया जाता है। उन्होंने जप और तप के द्वारा जीवन को निर्मल बनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में विधायक किरण माहेश्वरी ने भी विचार व्यक्त किए। जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, कांकरोली की ओर से तपस्वियों का तप अभिनंदन किया गया।
पीपली आचार्यान । स्थानीय जैन समाज के लोगों ने सोमवार को संवत्सरी पर्व मनाया। मंगलवार को क्षमायाचना दिवस मनाया जाएगा।
देवगढ । महावीर भवन में साध्वी शांता कुमारी ने कहा कि जैन दर्शन के महत्वपूर्ण अवदान अनेकांत को ह्वदयगम कर सत्य को जाना जा सकता है। उन्होंने पर्युषण के आखिरी दिन धर्मसभा में कहा कि क्षमा मानव का अमूल्य आभूषण है। मनुष्य को हमेशा क्षमावान बनना चाहिए।
खमनोर। पर्व के उपलक्ष्य में सोमवार को कस्बे में जैन संघ की ओर से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में जैन श्रावक भगवान की प्रतिमा को सुसçज्ात पालकी में विराजित कर जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इसका विभिन्न स्थानों पर ग्रामीणों ने स्वागत किया।
आध्यात्मिक चेतना का पर्वकेलवा । स्थानीय तेरापंथ सभा भवन में मुनि जतनकुमार लाडनूं ने कहा कि संवत्सरी आध्यात्मिक चेतना जगाने का पर्व है। मुनि ने भगवान महावीर के जीवन दर्शन व तेरापंथ धर्मसंघ की महत्ता बताई। कार्यक्रम में मुनि आनंदकुमार कालू ने भी विचार व्यक्त किए। तेरापंथ युवक परिषद की ओर से प्रश्न मंच प्रतियोगिता हुई।
शोभायात्रा निकालीआमेट । संवत्सरी पर्व पर जैन समाज व महावीर युवा मण्डल की ओर से भगवान महावीर की शोभायात्रा निकाली गई। स्थानीय पाश्र्वनाथ जैन मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा नगर के तकिया रोड, होलीथान, लक्ष्मी बाजार, बस स्टैण्ड होकर पुन: मंदिर परिसर पहंुची। शोभायात्रा में सबसे आगे खुली जीप में महावीर की प्रतिमा सुसçज्ात थी। बैण्डबाजों की स्वर लहरियों के बीच महावीर युवा मण्डल के सदस्य व जैन धर्मावलम्बिओं ने भगवान महावीर के जयकारे से वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
अहिंसा और संयम का पर्वरिछेड । तेरापंथ सभा, लाम्बोडी में मुनि संजयकुमार ने कहा कि यह पर्व केवल जैनों का ही नहीं अपितु समूची मानव जाति का है। संवत्सरी अहिंसा और संयम का पर्व है।
रेलमगरा । वर्द्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, रेलमगरा की ओर से अम्बेश भवन में संवत्सरी पर्व मनाया गया। श्रीसंघ मंत्री फतहलाल ढीलीवाल ने बताया कि सामयिक प्रतिक्रमण के बाद सभी ने क्षमायाचना की। पर्युषण के दौरान तपस्या करने वाले तपस्यिों का अभिनंदन किया गया। इस दौरान बडी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे।
कुंवारिया। कस्बे में सोमवार को संवत्सरी पर्व के अवसर पर जैन समाज ने अपने व्यापार प्रतिष्ठान बंद रखे। महावीर भवन पर आयोजित धर्म सभा में स्वध्यायी राशमी फतहलाल मारू ने जैन धर्म के अनुसार जीवन यापन करने की सीख दी। इस अवसर पर जैन समाज के लोगो ने दिन भर जप व तप किए। मंगलवार को क्षमा पर्व मनाया जाएगा।
देवगढ। जैन धर्मावलंबियों का महापर्व संवत्सरी सोमवार को यहां परंपरागत तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर जैन समाज के लोगों ने अपने व्यवसाय बंद रखे। मंगलवार को क्षमा याचना पर्व मनाया जाएगा। मुख्य आयोजन तेरापंथ भवन में साध्वी शांताकुमारी के सान्निध्य में मनाया गया।
सम्यक दर्शन को मजबूती देने वाला पर्वभिक्षु बोघिस्थल, राजनगर में मुनि सुरेशकुमार ने कहा कि संवत्सरी सम्यक दर्शन को मजबूूती देने का अलौकिक पर्व है। मुनि सम्बोध कुमार ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में तपस्वियों का तप अभिनन्दन किया गया। संस्था के प्रचार मंत्री राजकुमार दक ने बताया कि मंगलवार को बोघिस्थल में कांकरोली व राजनगर के साथ ही समीपवर्ती गांवों के श्रावक-श्राविकाएं सुबह 9 बजे अनजाने में हुई भूलों के लिए क्षमा याचना करेंगे।
संवत्सरी मैत्री पर्व महावीर भवन, कांकरोली में साध्वी चारित्रप्रभा ने कहा कि संवत्सरी मैत्री का पर्व है। यह जैन धर्म तक ही सीमित नहीं रहकर मानव मात्र का पर्व बन जाए तो उपयोगी सिद्ध होगा। इस अवसर पर बालिका मण्डल की ओर से सामूहिक नाटक का मंचन किया गया। श्रीसंघ, महिला मण्डल व बहू मण्डल ने सभी तपस्वियों का अभिनंदन किया। कार्यक्रम में पर्व के तहत हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
तेरापंथ सभा भवन, कांकरोली में साध्वी सोमलता ने कहा कि जैन धर्म में संवत्सरी सभी पर्वो का सरताज है। यह अष्टगुणों को ध्यान में रख आठ दिन तक मनाया जाता है। उन्होंने जप और तप के द्वारा जीवन को निर्मल बनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में विधायक किरण माहेश्वरी ने भी विचार व्यक्त किए। जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, कांकरोली की ओर से तपस्वियों का तप अभिनंदन किया गया।
पीपली आचार्यान । स्थानीय जैन समाज के लोगों ने सोमवार को संवत्सरी पर्व मनाया। मंगलवार को क्षमायाचना दिवस मनाया जाएगा।
देवगढ । महावीर भवन में साध्वी शांता कुमारी ने कहा कि जैन दर्शन के महत्वपूर्ण अवदान अनेकांत को ह्वदयगम कर सत्य को जाना जा सकता है। उन्होंने पर्युषण के आखिरी दिन धर्मसभा में कहा कि क्षमा मानव का अमूल्य आभूषण है। मनुष्य को हमेशा क्षमावान बनना चाहिए।
खमनोर। पर्व के उपलक्ष्य में सोमवार को कस्बे में जैन संघ की ओर से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में जैन श्रावक भगवान की प्रतिमा को सुसçज्ात पालकी में विराजित कर जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इसका विभिन्न स्थानों पर ग्रामीणों ने स्वागत किया।
आध्यात्मिक चेतना का पर्वकेलवा । स्थानीय तेरापंथ सभा भवन में मुनि जतनकुमार लाडनूं ने कहा कि संवत्सरी आध्यात्मिक चेतना जगाने का पर्व है। मुनि ने भगवान महावीर के जीवन दर्शन व तेरापंथ धर्मसंघ की महत्ता बताई। कार्यक्रम में मुनि आनंदकुमार कालू ने भी विचार व्यक्त किए। तेरापंथ युवक परिषद की ओर से प्रश्न मंच प्रतियोगिता हुई।
शोभायात्रा निकालीआमेट । संवत्सरी पर्व पर जैन समाज व महावीर युवा मण्डल की ओर से भगवान महावीर की शोभायात्रा निकाली गई। स्थानीय पाश्र्वनाथ जैन मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा नगर के तकिया रोड, होलीथान, लक्ष्मी बाजार, बस स्टैण्ड होकर पुन: मंदिर परिसर पहंुची। शोभायात्रा में सबसे आगे खुली जीप में महावीर की प्रतिमा सुसçज्ात थी। बैण्डबाजों की स्वर लहरियों के बीच महावीर युवा मण्डल के सदस्य व जैन धर्मावलम्बिओं ने भगवान महावीर के जयकारे से वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
अहिंसा और संयम का पर्वरिछेड । तेरापंथ सभा, लाम्बोडी में मुनि संजयकुमार ने कहा कि यह पर्व केवल जैनों का ही नहीं अपितु समूची मानव जाति का है। संवत्सरी अहिंसा और संयम का पर्व है।
रेलमगरा । वर्द्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, रेलमगरा की ओर से अम्बेश भवन में संवत्सरी पर्व मनाया गया। श्रीसंघ मंत्री फतहलाल ढीलीवाल ने बताया कि सामयिक प्रतिक्रमण के बाद सभी ने क्षमायाचना की। पर्युषण के दौरान तपस्या करने वाले तपस्यिों का अभिनंदन किया गया। इस दौरान बडी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे।
कुंवारिया। कस्बे में सोमवार को संवत्सरी पर्व के अवसर पर जैन समाज ने अपने व्यापार प्रतिष्ठान बंद रखे। महावीर भवन पर आयोजित धर्म सभा में स्वध्यायी राशमी फतहलाल मारू ने जैन धर्म के अनुसार जीवन यापन करने की सीख दी। इस अवसर पर जैन समाज के लोगो ने दिन भर जप व तप किए। मंगलवार को क्षमा पर्व मनाया जाएगा।
देवगढ। जैन धर्मावलंबियों का महापर्व संवत्सरी सोमवार को यहां परंपरागत तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर जैन समाज के लोगों ने अपने व्यवसाय बंद रखे। मंगलवार को क्षमा याचना पर्व मनाया जाएगा। मुख्य आयोजन तेरापंथ भवन में साध्वी शांताकुमारी के सान्निध्य में मनाया गया।
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