राजसमंद। मुख्यालय सहित जिले भर में गुरूवार को उमड-घुमडकर आए काले बदरा शुक्रवार को भी बरसे। बरसात से मौसम सुहाना हो गया और धरतीपुत्रों के चेहरों पर रौनक लौट आई। खेत पानी से लबालब हो गए तो कई जगह पानी भरने से राहगीरों व वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पडा। बारिश बंद होने पर धरतीपुत्रों ने खेतों में खाद डाला और फिर अच्छी बारिश होने की कामना की।
जिला मुख्यालय पर शुक्रवार सुबह लगभग एक घंटे तक मेघ बरसे, जिससे आस-पास के क्षेत्र व खेत तरबतर हो गए। सडकों पर पानी बहने से राहगीरों को मुश्किल हुई। सुबह आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान 25 मिलीमाटर बारिश दर्ज की गई। हालांकि शुक्रवार दोपहर बाद धूप खिलने से तपिश के साथ उमस बढ गई। राजसमंद व आस-पास के इलाकों में गुरूवार शाम के बाद शुक्रवार को भी अच्छी बारिश हुई। लगभग सात से आठ बजे तक एक घंटे तक बरसे पानी से सडकें और गलियां तर हो गईं। खेत पानी से लबालब हो गए हैं, जिससे सूखती फसलों को जीवनदान मिला।
कांकरोली चौपाटी, जेके मोड व जलचक्की समेत कई स्थानों पर पानी फैलने से पैदल व दुपहिया वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना करना पडा। गलियों और मोहल्लों में भी पानी भरने से व जर्जर सडकों पर बने गड्ढों में पानी एकत्रित होने से शहरवासियों को परेशानी हुई। समीपवर्ती एमडी, भाटोली, राज्यावास, मुण्डोल, पुठोल, मोही व पीपली आचार्यान आदि क्षेत्रों में अच्छी बारिश हुई।
कभी तेज, कभी हल्कीलसानी (एसं.)। कस्बे सहित कलालों की आंती, घाटी, ईशरमण्ड व ठीकरवास समेत कई गांवों में शुक्रवार सुबह छह बजे से कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हुई। बरसात से लोगों के चेहरे खिल उठे।
फूटिया एनिकट छलकाकुंभलगढ (निसं.)। उपखण्ड मुख्यालय सहित तहसील क्षेत्र में लगभग सभी स्थानों पर आधा से एक घंटे तक बारिश हुई। केलवाडा, मजेरा, ओलादर, कडिया, आंतरी व परशुराम महादेव क्षेत्र में एक घण्टे तक रिमझिम बरसात का क्रम चला। बरसात से तालाबों में पानी की आवक हुई तो फूटिया एनिकट भराव क्षमता के बाद छलक उठा। इसके साथ ही अन्य तालाबों में भी पानी के आवक का रास्ता साफ हो गया है।
सात बजे तक अंधेरादेवगढ (निसं.)। क्षेत्र में शुक्रवार तडके आकाश में काले बादल मंडराने लगे और लगभग सात बजे तक अंधेरा रहा। बिजली की चमक-दमक व बादलों की गर्जना के साथ सवा सात बजे रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ जो आठ बजे तक चला। सुबह आठ बजे समाप्त हुए 24 घण्टों में तीन मिलीमीटर वर्षा हुई। क्षेत्र में गत एक जून से अब तक 265 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
बही बनास गिलूण्ड (निसं.)। कस्बे सहित आस-पास के गांवों में शुक्रवार तडके चार बजे झमाझम बरसात हुई। बाद में डेढ घण्टे लगातार रिमझिम फुहारों के दौर से सभी तरफ पानी भर गया। फसलें लहलहाने लगीं। मेवाड की गंगा के रूप में पहचानी जाने वाली बनास नदी के पेटे में भी पानी की आवक हुई। ग्रामीणों ने बताया कि गांगास, पनोतिया, बैठुम्बी तथा सूरावास आदि गांवों में अच्छी बारिश होने से नदी में पानी की आवक हुई है। नदी में पानी की आवक होने के कारण गिलूण्ड-गांगास मार्ग अवरूद्ध रहा।
एक घंटे बारिशचारभुजा (निसं.)। क्षेत्र में शुक्रवार को लगभग एक घण्टे तक बरसात हुई। सुबह आठ से नौ बजे तक बरसात होने से जलाशयों में पानी की आवक हुई। दूधतलाई में भी पानी आया।
आया पानी, बहा पानीआमेट(निसं.)। नगर व आस-पास के क्षेत्रों में सुबह सात बजे से आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। नदी, नालों और जलाशयों में पानी की आवक नहीं होने से नगरवासियों में मायूसी है।
कुंभलगढ (एसं.)। क्षेत्र में गुरूवार शाम को हल्की तो शुक्रवार को सुबह एक घण्टे तक तेज बारिश हुई। सुबह साढे आठ बजे से शुरू हुई झमाझम बारिश एक घण्टे तक चलती रही।
रात भर रिमझिम रेलमगरा (निसं.)। नगर एवं आस-पास के क्षेत्रों में रात भर कभी तेज तो कभी हल्की बारिश का दौर चलता रहा। शुक्रवार तडके मूसलाधार पानी बरसा, जिससे खेत जलमग्न हो गए और सडकें तरबतर हो गई। बारिश बंद होने पर धरती पुत्र खेतों में खाद डालते नजर आए। दिन भर बादलों की उमड घुमड चलती रही और शाम पांच बजे एक बार फिर पानी बरसा। मोहल्ले की सडकें नालों में तब्दील हो गईं और बच्चे सडकों पर निकल आए। तहसील से मिली जानकारी के अनुसार समाप्त हुए 24 घण्टों के दौरान सवा इंच बारिश रिकार्ड की गई।पीपली आचार्यान (निसं.)। कस्बे एवं आस-पास के गांवों में गुरूवार और शुक्रवार को अच्छी बारिश हुई। गलियों व सडकों पर पानी बहा। धरतीपुत्रों ने खाद की व्यवस्था कर फसलों में खाद दिया।
जिला मुख्यालय पर शुक्रवार सुबह लगभग एक घंटे तक मेघ बरसे, जिससे आस-पास के क्षेत्र व खेत तरबतर हो गए। सडकों पर पानी बहने से राहगीरों को मुश्किल हुई। सुबह आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान 25 मिलीमाटर बारिश दर्ज की गई। हालांकि शुक्रवार दोपहर बाद धूप खिलने से तपिश के साथ उमस बढ गई। राजसमंद व आस-पास के इलाकों में गुरूवार शाम के बाद शुक्रवार को भी अच्छी बारिश हुई। लगभग सात से आठ बजे तक एक घंटे तक बरसे पानी से सडकें और गलियां तर हो गईं। खेत पानी से लबालब हो गए हैं, जिससे सूखती फसलों को जीवनदान मिला।
कांकरोली चौपाटी, जेके मोड व जलचक्की समेत कई स्थानों पर पानी फैलने से पैदल व दुपहिया वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना करना पडा। गलियों और मोहल्लों में भी पानी भरने से व जर्जर सडकों पर बने गड्ढों में पानी एकत्रित होने से शहरवासियों को परेशानी हुई। समीपवर्ती एमडी, भाटोली, राज्यावास, मुण्डोल, पुठोल, मोही व पीपली आचार्यान आदि क्षेत्रों में अच्छी बारिश हुई।
कभी तेज, कभी हल्कीलसानी (एसं.)। कस्बे सहित कलालों की आंती, घाटी, ईशरमण्ड व ठीकरवास समेत कई गांवों में शुक्रवार सुबह छह बजे से कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हुई। बरसात से लोगों के चेहरे खिल उठे।
फूटिया एनिकट छलकाकुंभलगढ (निसं.)। उपखण्ड मुख्यालय सहित तहसील क्षेत्र में लगभग सभी स्थानों पर आधा से एक घंटे तक बारिश हुई। केलवाडा, मजेरा, ओलादर, कडिया, आंतरी व परशुराम महादेव क्षेत्र में एक घण्टे तक रिमझिम बरसात का क्रम चला। बरसात से तालाबों में पानी की आवक हुई तो फूटिया एनिकट भराव क्षमता के बाद छलक उठा। इसके साथ ही अन्य तालाबों में भी पानी के आवक का रास्ता साफ हो गया है।
सात बजे तक अंधेरादेवगढ (निसं.)। क्षेत्र में शुक्रवार तडके आकाश में काले बादल मंडराने लगे और लगभग सात बजे तक अंधेरा रहा। बिजली की चमक-दमक व बादलों की गर्जना के साथ सवा सात बजे रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ जो आठ बजे तक चला। सुबह आठ बजे समाप्त हुए 24 घण्टों में तीन मिलीमीटर वर्षा हुई। क्षेत्र में गत एक जून से अब तक 265 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
बही बनास गिलूण्ड (निसं.)। कस्बे सहित आस-पास के गांवों में शुक्रवार तडके चार बजे झमाझम बरसात हुई। बाद में डेढ घण्टे लगातार रिमझिम फुहारों के दौर से सभी तरफ पानी भर गया। फसलें लहलहाने लगीं। मेवाड की गंगा के रूप में पहचानी जाने वाली बनास नदी के पेटे में भी पानी की आवक हुई। ग्रामीणों ने बताया कि गांगास, पनोतिया, बैठुम्बी तथा सूरावास आदि गांवों में अच्छी बारिश होने से नदी में पानी की आवक हुई है। नदी में पानी की आवक होने के कारण गिलूण्ड-गांगास मार्ग अवरूद्ध रहा।
एक घंटे बारिशचारभुजा (निसं.)। क्षेत्र में शुक्रवार को लगभग एक घण्टे तक बरसात हुई। सुबह आठ से नौ बजे तक बरसात होने से जलाशयों में पानी की आवक हुई। दूधतलाई में भी पानी आया।
आया पानी, बहा पानीआमेट(निसं.)। नगर व आस-पास के क्षेत्रों में सुबह सात बजे से आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। नदी, नालों और जलाशयों में पानी की आवक नहीं होने से नगरवासियों में मायूसी है।
कुंभलगढ (एसं.)। क्षेत्र में गुरूवार शाम को हल्की तो शुक्रवार को सुबह एक घण्टे तक तेज बारिश हुई। सुबह साढे आठ बजे से शुरू हुई झमाझम बारिश एक घण्टे तक चलती रही।
रात भर रिमझिम रेलमगरा (निसं.)। नगर एवं आस-पास के क्षेत्रों में रात भर कभी तेज तो कभी हल्की बारिश का दौर चलता रहा। शुक्रवार तडके मूसलाधार पानी बरसा, जिससे खेत जलमग्न हो गए और सडकें तरबतर हो गई। बारिश बंद होने पर धरती पुत्र खेतों में खाद डालते नजर आए। दिन भर बादलों की उमड घुमड चलती रही और शाम पांच बजे एक बार फिर पानी बरसा। मोहल्ले की सडकें नालों में तब्दील हो गईं और बच्चे सडकों पर निकल आए। तहसील से मिली जानकारी के अनुसार समाप्त हुए 24 घण्टों के दौरान सवा इंच बारिश रिकार्ड की गई।पीपली आचार्यान (निसं.)। कस्बे एवं आस-पास के गांवों में गुरूवार और शुक्रवार को अच्छी बारिश हुई। गलियों व सडकों पर पानी बहा। धरतीपुत्रों ने खाद की व्यवस्था कर फसलों में खाद दिया।
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