कुंभलगढ। ऎतिहासिक हमेर पाल झील पर सात बेवाणों का संगम हुआ। शाम चार बजे भगवान के बाल स्वरूप को जन मैदिनी ने स्नान करवाया। केलवाडा के ठाकुरजी निज मंदिर से बेवाण में गाजे-बाजे के साथ नरसिंहजी व लक्ष्मीनारायण मंदिर बेवाण के साथ शोभायात्रा रवाना हुई।
पुजारी व भक्तजन भजन-कीर्तन गाते व जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। ठाकुरजी का बेवाण दर्शन टांकडी पहुंचा, जहां परंपरागत तरीके से जोशी परिवार की ओर से भगवान को भोग धराया गया। हमेर पाल झील पहुंचने पर तलादरी, गामडी, मेलावडी के बाल विग्रहों के संग भजन सत्संग के बाद स्नान करवाया गया। यहां ठाकुरजी की आरती की गई।
देवालयों में सजावटभीम । जल झूलनी ग्यारस के उपलक्ष्य में क्षेत्र के देवालयों के विशेष सजावट की गई और प्रभु प्रतिमाओं का श्ृंगार किया गया। केसरियानाथ मार्ग स्थित भगवान चारभुजानाथ व सत्यनारायण मंदिर से बेवाण में विराजमान कर ठाकुरजी के बाल स्वरूप की शोभायात्रा निकाली गई। भजन-कीर्तनों के संग बेवाण को कस्बे के तालाब पर ले जाकर स्नान कराया गया।
मजीरों की मधुर धुनलसीन । कस्बे के रूपनारायण, देवनारायण, लक्ष्मीनारायण व चारभुजानाथ मंदिर से राम रेवाडियां निकाली गई। ढोल-मजीरों की मधुर स्वर लहरियों के साथ श्रद्धालु रंग, अबीर और गुलाल उडाते भजन गाते चल रहे थे। भगवान को स्नान कराने के बाद महादेव मंदिर पर पूजा-अर्चना व आरती की गई।
टैंकर के जल प्रभु का स्नानदेवगढ । नगर में जल झूलनी पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। मारू दरवाजा स्थित लाल बाई के मंदिर से रवाना हुई प्रमुख राम रेवाडी में आगे जाकर एक दर्जन से अघिक राम रेवाडियां भी शामिल हुई। ढोल-बाजे एवं शंख की नाद पर श्रद्धालु भजन-कीर्तन गाते चल रहे थे। राघव सागर तालाब पर टैंकर में मंगाए जल से राम रेवाडियों में विराजित भगवान को स्नान कराया गया।
केलवा । श्यामजी मंदिर से रूप नारायणजी, चारभुजा जी, नृसिंहद्वारा मंदिर, चारभुजाजी स्थल आदि स्थानों से राम-रेवाडियां बैंड की मधुर धुन के संग रवाना हुर्ई। प्रभु को स्नान कराने के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया।
पालकी में शोभायात्रासेमा । ब्रrापुरी स्थित प्राचीन चारभुजानाथ के बाल विग्रह को पालकी में विराजित कर शोभायात्रा निकाली गई। थाली-मांदल व ढोल की थाप संग श्रद्धालुगण भजन-कीर्तनों की मधुर स्वर लहरिया बिखेरते हुए ठाकुरजी के बेवाण के साथ बनास नदी तट पहुंचे, जहां पुजारी शांतिदास वैष्णव व मुन्नादास वैष्णव ने ठाकुरजी को स्नान कराया। यहां पहुंची राम रेवाडियों की सामूहिक आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।
जित देखूं तित अबीर-गुलालराज्यावास । गांव के चारभुजाजी मंदिर से धूमधाम के साथ भगवान की राम रेवाडी निकाली गई। शोभायात्रा के साथ श्रद्धालु अबीर-गुलाल उडाते व नाचते-गाते हुए चल रहे थे। राम रेवाडी गांव के गडाई तालाब पहुंची जहां प्रभु को विधानपूर्वक स्नान करवाया गया व पूजा-अर्चना कर आरती की गई।
कथा, आरतीरेलमगरा । नगर के चारभुजानाथ मंदिर पर सुबह से ही दर्शनार्थियों की कतार लगी रही। अपराह्न तीन बजे पं. किशनलाल व्यास की ओर से एकादशी कथा के वाचन व प्रभु की आरती के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। इसके बाद बेवाण में सुसçज्ात प्रभु की बैण्ड बाजों के साथ राम रेवाडी निकाली गई। शोभायात्रा में बडी तादाद में आबाल-वृद्धों ने हिस्सा लिया। रैगर समाज की ओर से बाबा रामदेव मंदिर से राम रेवाडी निकाली गई।
पुजारी व भक्तजन भजन-कीर्तन गाते व जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। ठाकुरजी का बेवाण दर्शन टांकडी पहुंचा, जहां परंपरागत तरीके से जोशी परिवार की ओर से भगवान को भोग धराया गया। हमेर पाल झील पहुंचने पर तलादरी, गामडी, मेलावडी के बाल विग्रहों के संग भजन सत्संग के बाद स्नान करवाया गया। यहां ठाकुरजी की आरती की गई।
देवालयों में सजावटभीम । जल झूलनी ग्यारस के उपलक्ष्य में क्षेत्र के देवालयों के विशेष सजावट की गई और प्रभु प्रतिमाओं का श्ृंगार किया गया। केसरियानाथ मार्ग स्थित भगवान चारभुजानाथ व सत्यनारायण मंदिर से बेवाण में विराजमान कर ठाकुरजी के बाल स्वरूप की शोभायात्रा निकाली गई। भजन-कीर्तनों के संग बेवाण को कस्बे के तालाब पर ले जाकर स्नान कराया गया।
मजीरों की मधुर धुनलसीन । कस्बे के रूपनारायण, देवनारायण, लक्ष्मीनारायण व चारभुजानाथ मंदिर से राम रेवाडियां निकाली गई। ढोल-मजीरों की मधुर स्वर लहरियों के साथ श्रद्धालु रंग, अबीर और गुलाल उडाते भजन गाते चल रहे थे। भगवान को स्नान कराने के बाद महादेव मंदिर पर पूजा-अर्चना व आरती की गई।
टैंकर के जल प्रभु का स्नानदेवगढ । नगर में जल झूलनी पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। मारू दरवाजा स्थित लाल बाई के मंदिर से रवाना हुई प्रमुख राम रेवाडी में आगे जाकर एक दर्जन से अघिक राम रेवाडियां भी शामिल हुई। ढोल-बाजे एवं शंख की नाद पर श्रद्धालु भजन-कीर्तन गाते चल रहे थे। राघव सागर तालाब पर टैंकर में मंगाए जल से राम रेवाडियों में विराजित भगवान को स्नान कराया गया।
केलवा । श्यामजी मंदिर से रूप नारायणजी, चारभुजा जी, नृसिंहद्वारा मंदिर, चारभुजाजी स्थल आदि स्थानों से राम-रेवाडियां बैंड की मधुर धुन के संग रवाना हुर्ई। प्रभु को स्नान कराने के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया।
पालकी में शोभायात्रासेमा । ब्रrापुरी स्थित प्राचीन चारभुजानाथ के बाल विग्रह को पालकी में विराजित कर शोभायात्रा निकाली गई। थाली-मांदल व ढोल की थाप संग श्रद्धालुगण भजन-कीर्तनों की मधुर स्वर लहरिया बिखेरते हुए ठाकुरजी के बेवाण के साथ बनास नदी तट पहुंचे, जहां पुजारी शांतिदास वैष्णव व मुन्नादास वैष्णव ने ठाकुरजी को स्नान कराया। यहां पहुंची राम रेवाडियों की सामूहिक आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।
जित देखूं तित अबीर-गुलालराज्यावास । गांव के चारभुजाजी मंदिर से धूमधाम के साथ भगवान की राम रेवाडी निकाली गई। शोभायात्रा के साथ श्रद्धालु अबीर-गुलाल उडाते व नाचते-गाते हुए चल रहे थे। राम रेवाडी गांव के गडाई तालाब पहुंची जहां प्रभु को विधानपूर्वक स्नान करवाया गया व पूजा-अर्चना कर आरती की गई।
कथा, आरतीरेलमगरा । नगर के चारभुजानाथ मंदिर पर सुबह से ही दर्शनार्थियों की कतार लगी रही। अपराह्न तीन बजे पं. किशनलाल व्यास की ओर से एकादशी कथा के वाचन व प्रभु की आरती के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। इसके बाद बेवाण में सुसçज्ात प्रभु की बैण्ड बाजों के साथ राम रेवाडी निकाली गई। शोभायात्रा में बडी तादाद में आबाल-वृद्धों ने हिस्सा लिया। रैगर समाज की ओर से बाबा रामदेव मंदिर से राम रेवाडी निकाली गई।
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