Monday, August 31, 2009

मजूदरों की भुगतान राशि में गडबडी

खमनोर। पंचायत समिति के सेमल गांव में नरेगा श्रमिकों के भुगतान की राशि में ग्राम सेवा सहकारी समिति (जीएसएस) की ओर से गडबडी करने का मामला प्रकाश में आया है। हालांकि प्रशासनिक दखल के बाद सहकारी समिति के व्यवस्थापक ने श्रमिकों को तत्काल रसीद थमा दी।
तहसील के सेमल गांव में नरेगा पर कार्यरत 65 श्रमिकों को शनिवार का ग्राम सेवा सहकारी समिति कार्यालय में भुगतान किया गया। इनमें से दो पुरूष व शेष महिला श्रमिक थीं। समिति व्यवस्थापक ने भुगतान पास बुक में दर्ज राशि के विपरीत प्रत्येक को 110 रूपए कम का भुगतान किया। नाराज श्रमिकों ने आपत्ति दर्ज करवाई, लेकिन कोई समाधान नहीं बताया गया। श्रमिकों ने अन्य ग्रामीणों व बाद में नाथद्वारा उपखण्ड अघिकारी गौरव बजाज को अपनी पीडा सुनाई। बजाज के निर्देश पर नायब तहसीलदार खमनोर मोहनलाल जाट व विकास अघिकारी बीएल विश्नोई मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों, श्रमिकों व व्यवस्थापक के बयान कलमबद्ध कर जांच रिपोर्ट तैयार की।
इधर, व्यवस्थापक भंवरसिंह झाला का कहना है कि प्रत्येक श्रमिक को समिति का सदस्य बनाने के पेटे 10 रूपए व हिस्सा राशि पेटे 100 रूपए कम भुगतान किए गए थे। श्रमिकों ने बताया कि उन्हें काटी गई राशि के बदले रसीद नहीं दी गई।
तीस को दी रसीदहंगामा होने व प्रशासनिक अघिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद व्यवस्थापक ने 65 में से 30 श्रमिकों को रसीद दे दी। ग्रामीणों ने रसीद देने कोमामले पर परदा डालने का प्रयास बताते हुए व्यवस्थापक के खिलाफ कार्रवाई करने व प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
इनका कहना हैपर्याप्त रसीदें उपलब्ध नहीं होने के कारण श्रमिकों को रसीद नहीं दी गई थीं।-भंवरसिंह झाला, व्यवस्थापक, जीएसएसमामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।- बीएल. विश्नोई, विकास अघिकारी
मामले की जांच रिपोर्ट तैयार कर अग्रिम कार्रवाई के लिए उपखण्ड अघिकारी को भेजी जा रही है।-मोहनलाल जाट, नायब तहसीलदार

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