Thursday, February 5, 2009

राजसमन्द झील का पूजन एवं परिक्रमा कार्यक्रम

राजसमन्द। राजसमन्द झील के 333 वें प्रतिष्ठा उत्सव पर गुरूवार को झील का पूजन एवं परिक्रमा कार्यक्रम राजपूत दिग्दर्शन, स्वयंसेवी संगठन एवं स्थानीय गणमान्य लोगों के सान्निध्य में हुआ।
सुबह पं. जगदीश श्रीमाली के सान्निध्य में देवेन्द्र ङ्क्षसह राठौड, रमेश चन्द्र दाधीच एवं गोपेन्द्र सिंह झाला ने राजसमन्द झील में बिराजित वरूण देव का पूजन किया। क्षत्रिय युवा मोर्चा के महेन्द्र ङ्क्षसह पूठिया, विवेकानन्द केन्द्र के जितेन्द्र लड्ढा, हिन्दू जागरण मंच के महेन्द्र सिंह खारण्डिया, सत्य सांईं सेवा समिति के जिला संयोजक घनश्याम भाई मुरोडिया ने झील को चुनरी ओढाने की रस्म अदा की। इस अवसर पर रणजीत सिंह यदुवंशी, सुनील माली, शंकर सिंह राठोड, भवगतीलाल, करतार सिंह आदि ने गायत्री मंत्र का सस्वर उच्चारण किया एवं शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
परिक्रमा के लिए विश्ेाष रथ में विराजमान कलश की पूजा गोविन्द सनाढ्य, भगवान सूर्य एवं महाराणा राजसिंह की पूजा हेमेन्द्रङ्क्षसंह गुडा केसर सिंह ने की। जबकि दूसरी जीप में बिराजित महाराणा प्रताप के होर्डिंग की पूजा तेजराम कुमावत एवं मदनसिंह राठौड ने की। परिक्रमा रथ सिलावटवाडी, दाणी चबुतरा, राजनगर, भाणा होते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंची । इस दरमियान जगह-जगह पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया। परिक्रमा यात्रा में शामिल दुपहिया वाहनधारियों ने जगह-जगह राजसमन्द झील, राणा राजङ्क्षसह, महाराणा प्रताप एवं देशभक्ति की जयघोष की।
जिला कलेक्ट्रेट पहुंचने पर राजसमन्द रक्षा मंच के प्रतिनिधि देवेन्द्र ङ्क्षसह, घनश्याम सिंह भाटी, दिग्विजय सिंह, हिम्मत सिंह, सत्यपाल सिंह, शशि जेतावत ने झील एवं राज प्रशस्ति संरक्षण तथा राजसमन्द को पर्यटन के क्षेत्र में अग्रसर करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह के नाम जिला कलक्टर ओंकार सिंह को ज्ञापन सौंपा।

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