Friday, February 6, 2009

व्यक्तित्व मे निखार उदारता से आता है : मुनि तत्वरूचि

राजसमन्द। मुनि तत्वरूचि ने कहा कि पद और पैसे से कोई बड़ा नहीं होता बड़ा वह होता जिसमें बडप्पन है। उन्होने उदारता को व्यक्तित्व का अहम घटक तत्व बतलाते हुए कहा कि उदारता से ही व्यक्तित्व में निखार आता है और जीवन में व्यापकता को प्राप्त होता है। यह विचार मुनि ने शुक्रवार को भिक्षु बोधिस्थल में तेरापंथ महिला मंडल की संगोष्ठी में व्यक्त किए।
उन्होने कहा उदारता व्यक्तित्व का वह विशिष्ट गुण है जिससे व्यक्ति तनावमुक्त रह सकता है। संकीर्णता तनाव पैदार करती है। पारस्परिक दुराव, अलगाव और मन मुटाव को मिटाने के लिए व्यवहार में उदारता की आवश्यकता है। उन्होने कहा व्यवहार में तर्क नहीं करना चाहिए। इससे परस्पर कटुता पैदा होती है। आपसी प्रेम, सौहार्द और मधुरता के लिए दिल में उदारता रखे, दिमाग से सकारात्मक सोचे। इस अवसर पर मुनि कोमल कुमार ने भी विचार रखे। महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती लाड मेहता ने बताया कि तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में शनिवार को प्रात: दस बजे भिक्षु बोधि स्थल में सकारात्मक चिंतन की महत्ता पर कार्यशाला आयोजित होगी।

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