राजसमन्द। भिक्षु बोधि स्थल में आचार्य महाप्रज्ञ के दीक्षा दिवस पर तेरापंथ महिला मंडल की ओर से स्वस्थ व्यक्ति-स्वस्थ परिवार विषयक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला मेें मुनि तत्वरूचि तरूण ने कहा कि व्यक्ति अपने बाहरी आकार प्रकार को बदलने की तो बहुत कौशिश कर रहा है, परन्तु भीतरी बदलाव का प्रयास बहुत कम या नहीं के बराबर किया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि आनतरिक परिर्वतन किए बिना स्थितियांं बदलती नहंी। उन्होने कहा कि स्थान को नहं स्वभाव के बदलने की जरूरत है। स्वभाव बदलने से संसार बदलेगा। उन्होने बताया कि आचार्य महाप्रज्ञ ने प्रेक्षाध्यान के द्वार अपने आपको बदलने की प्रक्रिया बतलाई है। प्रेक्षाध्यान आत्म साक्षात्कार की साधना का सहज और सरल पथ है। कार्यशाला में तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा लाड मेहता ने सहयोग किया। कार्यशाला में मुनि भवभूति ने वर्तमान को सुंदर और स्वस्थ बनाने की प्रेरणा दी। मुनि कोमल ने कहा स्वस्थ परिवार के लिए व्यक्ति का स्वस्ाि होना जरूरी है। प्रारंभ में मुनि विकास कुमार ने आध्यात्मिक गीत का संगान किया।
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